
कावेरी जल बंटवारे को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच विवाद तेज होता जा रहा है. जल विवाद को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ मंगलवार को कावेरी होराता समिति ने मांड्या में बंद का आह्वान किया है. बंद को देखते हुए राज्य सरकार ने करीब 2400 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है. इस वजह से तमिलनाडु के होसुर बॉर्डर पर काफी संख्या में बस और दूसरी गाड़ियां रुकी हुई हैं.
स्कूल और कालेज बंद
कावेरी विवाद पर प्रदर्शन के मद्देनजर कृष्णराजा सागर डैम और वृंदावन गार्डेन को चार दिन तक आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. मांड्या जिले में आज सभी हैं. इसके साथ ही राज्य परिवहन निगम की करीब सात सौ बसें सड़क से नदारद हैं. मांड्या में किसानों ने भी प्रदर्शन किया, मैसूर-बंगलुरु हाईवे जाम करने की कोशिश की गई. पुलिस ने इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है.
सिद्धारमैया ने सर्वदलीय बैठक बुलाई
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा के लिए कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक से पहेल उन्हहोंने विधानसभा में अलग से बैठक भी की.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इस मामले में कर्नाटक को तमिलनाडु के लिए दस दिन के अंदर करीब 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का आदेश दिया था.
पानी छोड़ने को तैयार नहीं कर्नाटक
दरअसल, तमिलनाडु ने एक याचिका दाखिल कर राज्य के 40 हजार एकड़ क्षेत्र में खड़ी फसल बचाने के लिए कोर्ट से कर्नाटक को कावेरी का 50.52 टीएमसी फीट पानी छोड़ने के लिए निर्देश देने की मांग की है. इसके जवाब में कर्नाटक का कहना है कि वह पहले ही पानी की कमी से जूझ रहा है. सुनवाई के दौरान कर्नाटक सरकार के वकील एफएस नरीमन ने कहा, पिछले कुछ महीनों में बारिश कम होने के कारण तमिलनाडु के लिए पानी छोड़ना मुश्किल है.