
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के मामले में खुलासा हुआ है. हमले के मास्टरमाइंड कामरान उर्फ गाजी राशिद के मोबाइल से कुछ जानकारी हासिल हुई है. कामरान को हमले के चार दिन बाद 18 फरवरी को मार गिराया गया था. कामरान के मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं जिसमें RDX का इस्तेमाल करके बम बनाने का तरीका बताया गया है.
NIA के पास इस बात के ठोस सबूत हैं कि विस्फोटक पाकिस्तान से आया था. जैश कमांडर के कुछ फोन नंबर की भी जानकारी है. एक नाम जैश के आतंकी उमर के रूप में पहचाना गया है. NIA ने इससे पहले मोहम्मद इश्फाक भट को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से विस्फोटक बरामद किया गया था. बता दें कि बीते साल 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे.
यूसुफ चोपन को जमानत पर बवाल
दिल्ली की स्पेशल एनआईए कोर्ट ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की साजिश में शामिल होने के आरोपी यूसुफ चोपन को जमानत दे दी. यूसुफ चोपन को जमानत देने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यूसुफ चोपन को पुलवामा आतंकी हमले का दोषी बताते हुए कहा कि पुलवामा हमले के दोषी को जमानत मिल गई है, क्योंकि नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने न तो सबूत इकट्ठे किए और न ही आरोपपत्र दायर किया.
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कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पुलवामा आतंकी हमले पर राजनीतिक रोटियां सेक ली और सरकार भी बना ली. अब देश और शहीदों के बलिदान की मोदी सरकार को कहां परवाह है? यूसुफ चोपन को पुलवामा आतंकी हमले का आरोपी बताए जाने पर एनआईए ने सफाई दी.
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एनआईए ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में यूसुफ चोपन को पुलवामा आतंकी हमले का आरोप बताया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह नहीं हैं. यूसुफ चोपन को पुलवामा आतंकी हमले में कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था. हालांकि उसको जैश-ए-मोहम्मद की साजिश मामले में 6 लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था.