
आईआरसीटीसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी को एक बार फिर समन भेजा है. राबड़ी देवी को बुधवार को ईडी के समक्ष पेश होना था, लेकिन उन्होंने ख़राब सेहत का हवाला देते हुए ईडी से और समय की मांग की.
ईडी ने राबड़ी को 16 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है. राबड़ी के बेटे और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी ईडी ने समन भेजकर 12 अक्टूबर को बुलाया है. तेजस्वी से ईडी ने 10 अक्टूबर को आठ घंटे पूछताछ की थी.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी इसके पहले दो बार ईडी के सामने पेश नही हुईं हैं. ईडी ने इस मामले में उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मंगलवार को करीब 9 घंटे पूछताछ की थी. सीबीआई ने भी हाल ही में इस मामले में तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद के बयान दर्ज किए थे.
ईडी ने कुछ समय पहले धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और अन्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था. ईडी ने यूपीए सरकार में मंत्री रहे पीसी गुप्ता की पत्नी सहित कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की थी.
क्या है मामला?
यह मामला उस समय का है जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. आरोप है कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने आईआरसीटीसी के दो होटलों के रखरखाव का काम एक कंपनी को पटना में प्रमुख जगह पर स्थित जमीन रिश्वत के रूप में प्राप्त करके सौंपा था जो लालू यादव के परिवार के सदस्यों के नाम पर है. यह रिश्वत बेनामी कंपनी के जरिए ली गई थी, जिसकी मालिक सरला गुप्ता हैं. आरोप लगाया गया था कि पटना में एक कीमती जमीन के बदले में, पुरी और रांची में स्थित दो होटल के रखरखाव का अनुबंध सुजाता होटल्स को दिया गया. ज़मीन बाद में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम हो गयी थी.