
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 2019 में प्रधानमंत्री बनने के बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ही तय होगा कि कौन पीएम बनेगा? इससे साफ जाहिर है कि सपा अभी राहुल के नाम पर सहमत नहीं है. ये बात अखिलेश ने आज लखनऊ में संवाददाताओं से कही.
अखिलेश यादव आज राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल को टाल गए. उन्होंने कहा कि अभी इस बात पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. देश के प्रधानमंत्री के नाम पर फैसला तो लोकसभा चुनाव के बाद ही हो सकेगा. अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बारे में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी क्या कहते हैं, इस पर मुझे कुछ भी नहीं बोलना है. दरअसल, कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनती है, तो वह प्रधानमंत्री बन सकते हैं.
बसपा का किया बचाव
बसपा शासनकाल के दौरान यूपी की 21 चीनी मिलों के बेचे जाने के मामले को लेकर योगी सरकार ने सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है. इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव आ रहे हैं, इसीलिए ये सब कुछ हो रहा है. बसपा-सपा के बीच दोस्ती हो रही है, इसी वजह से परेशान किया जा रहा है. अभी तो हमारे लिए दिक्कत है, बाद में पत्रकारों के लिए भी मुश्किलें खड़ी होंगी.
अखिलेश यादव ने मेरठ के मवाना में पुलिस के साथ भिड़ंत में मारे गए नरेंद्र गुर्जर का मुद्दा उठाते हुए पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से कम से कम पचास लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की.
वहीं, अखिलेश ने यूपी में हो रहे एनकाउंटर पर कहा कि सिर्फ सपा ही सवाल नहीं उठा रही है बल्कि सभी विपक्षी दल उठा रहे हैं. यूपी पुलिस ने नरेंद्र गुर्जर नाम के शख्स को मारपीट कर जेल में बंद किया और जेल में ही उसकी मौत हो गई. पुलिस ने किस तरह से अन्याय किया है, ये बात उसके परिवार से मिलेंगे तब आपको पता चलेगी.
अखिलेश ने कहा कि नरेंद्र का परिवार मुझे दिल्ली में मिला, मैंने कहा कि योगी सरकार तुम्हें मुझसे यूपी में मिलने नहीं देगी. आखिर सरकार ने वही किया. नरेंद्र का परिवार जब मुझसे मिलने लखनऊ आ रहा था, तो प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि मेरे कहने से सरकार कोई न्याय नहीं देती है, बीजेपी नेता जो चाहते हैं वही होता है.
अखिलेश ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में हर रोज हत्याएं हो रही हैं. इलाहाबाद में वकील का मर्डर कर दिया गया. सहारनपुर में दलित नेता की हत्या हुई, लेकिन योगी सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है. सरकार का ध्यान सिर्फ विपक्ष को चुप कराने में है, वे चाहते हैं कि विपक्ष कुछ बोल न पाए. वहीं, शिवपाल को महासचिव बनाने के सवाल को टालते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि फिलहाल वह पार्टी में हैं और वह पार्टी के काम में लगे हैं.
शिवेंद्र श्रीवास्तव