
रेल मंत्रालय इस बार के रेल बजट में यात्री किराया 5 से 10 फीसदी तक बढ़ा सकता है. रेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि यात्री किरायों से होने वाली आमदनी में कमी और सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए ट्रनों का किराया बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है.
7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए रेलवे पर 32 हजार करोड़ रुपये का भार बढ़ेगा. जिसके चलते किरायों में बढ़ोतरी की जा सकती है. केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने 2015-16 के बजट में रेलवे को मिलने वाली राशि से 8 हजार करोड़ रुपये की कटौती कर दी थी. सूत्रों ने बताया कि यात्री किरायों में बढ़ोतरी के लिए अभी सिर्फ विचार किया जा रहा है. हालांकि अभी अंतिम फैसला नहीं किया गया है.
पिछले साल बढ़ाया था 10 फीसदी किराया
रेल भवन के अधिकारियों का मानना है कि 25 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट में यात्री किरायों में बढ़ोतरी की घोषणा करना फायदेमंद हो सकता है. वातानुकूलित (एसी) श्रेणी के किराए पहले से ही ज्यादा हैं. यदि वातानुकूलित (एसी) किरायों में बढ़ोतरी होती है तो इससे कम किराया कुछ विमानों का हो सकता है. इसी तरह मालगाड़ी का किराया भी उच्च स्तर पर है. जबकि स्टील, सीमेंट, कोयला, लौह अयस्क और उर्वरक की लदाई में गिरावट दर्ज की गई है. केंद्र सरकार ने 2014 में सभी श्रेणियों के रेल यात्री किरायों में 14 फीसदी बढ़ोत्तरी की थी. रेलवे ने पिछले साल भी किरायों में 10 फीसदी बढ़ोतरी की थी.
लक्ष्य से कम रहीं आमदनी
इस साल जनवरी तक मालगाड़ी और यात्री किरायों से रेलवे की कुल आमदनी 1,36,079.26 करोड़ रुपये थी जबकि रेलवे का लक्ष्य इस साल जनवरी तक 141,416.05 करोड़ रुपये का था. इस हिसाब से रेलवे आमदनी के मामले में अपने लक्ष्य से करीब 3.77 फीसदी पीछे रहा.