
रेलवे में ग्रुप डी के पदों के लिए आईटीआई की अनिवार्यता खत्म करने पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को फोन करके बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि ग्रुप डी के पदों के लिए मैट्रिक की योग्यता ही काफी है. आईटीआई की अनिवार्यता खत्म होने से बिहार के लाखों युवकों को फार्म भरने और परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा.
मोदी ने बुधवार को रेल मंत्री गोयल से बात कर ग्रुप डी के 62,900 पदों के लिए मैट्रिक के साथ आईटीआई की अनिवार्यता को खत्म करने का आग्रह किया था. इसके पहले उन्होंने आयु सीमा में छूट देने की पहल की थी, जिसके बाद रेलवे ने दो साल उम्र सीमा बढ़ाई और ग्रुप डी के लिए आईटीआई की अनिवार्यता को खत्म कर दिया.
मोदी ने कहा कि ग्रुप सी के तहत 26,500 असिस्टेंट लोको पायलट और तकनीकी पदों की रिक्तियों के लिए तो आईटीआई की अर्हता स्वागत योग्य है, मगर ग्रुप डी के लिए यह जरूरी नहीं थी.
रेलवे के ग्रुप डी पदों के लिए आईटीआई की अनिवार्यता और उम्र सीमा घटाने को लेकर बिहार में अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे. कई जगहों पर ट्रेन यातायात बाधित की गई. इससे रेलवे और यात्रियों को काफी नुकसान सहना पडा.
दो दिन पहले रेलमंत्री ने सुशील मोदी की पहल पर उम्र सीमा दो साल बढ़ाने का ऐलान किया, लेकिन उसके बाद भी प्रदर्शन जारी रहा. गुरुवार को भी पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर अभ्यार्थियों ने प्रदर्शन किया, उनकी मांग आईटीआई की अनिवार्यता खत्म करने की थी, जिसे रेलमंत्री गोयल ने आखिरकार मान लिया.