
राजस्थान रॉयल्स के मालिकों में से एक रहे राज कुंद्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. जस्टिस लोढा समिति के फैसले की आलोचना करने पर मामले के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने उन्हें आड़े हाथों लिया है.
आदित्य ने लिया कुंद्रा को आड़े हाथों
जस्टिस लोढा समिति द्वारा क्रिकेट गतिविधियों से आजीवन प्रतिबंध की सजा पाने वाले राज कुंद्रा द्वारा फैसले की आलोचना किए जाने पर आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने कहा कि उनका बयान उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवमानना है. कुंद्रा ने फैसले के बाद कहा था कि उनके साथ गलत हुआ है. जिसके बाद वर्मा ने कहा कि उनकी इस प्रतिक्रिया पर सवाल उठाया जाना चाहिये.
कुंद्रा का बयान कोर्ट की अवमानना
वर्मा ने एक बयान में कहा, ‘15 जुलाई 2015 को राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवमानना की.’ उन्होंने शीर्ष अदालत के आदेश को उद्धृत करते हुए कहा कि इसमें स्पष्ट है कि प्रभावित पक्ष अपने समस्या के समाधान के लिये उचित रास्ता अपना सकता है. उच्चतम न्यायालय ने पैराग्राफ 110 के उपबंध दो में साफ तौर पर कहा है,‘समिति ने सजा सुनाने से पहले सभी पक्षों को नोटिस जारी करके उन्हें सुनवाई का पूरा मौका दिया था. समिति का आदेश अंतिम और बाध्यकारी होना चाहिये. प्रभावित पक्ष अपनी समस्या के समाधान के लिये उचित रास्ता अपना सकता है.’
इनपुट: भाषा