
दिल्ली हाईकोर्ट ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर फैली गंदगी को देखते हुए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को समाधि का मुआयना करके अपनी रिपोर्ट 2 हफ्ते में सौंपने का निर्देश दिया है. दिल्ली हाईकोर्ट उस याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि और आसपास के इलाके में पीने के पानी से लेकर टॉयलेट तक गंदे हैं.
याचिका में कहा गया है कि वहां की कमेटी महात्मा गांधी की समाधि की मेंटिनेंस में दिलचस्पी नहीं ले रही है. दिल्ली हाईकोर्ट इस बात से नाराज था कि राजघाट पर दिल्ली ही नहीं देश और विदेश से लाखों सैलानी हर महीने राष्ट्रपिता की समाधि के दर्शन करने पहुंचते हैं और गंदगी की वजह से देश की छवि खराब होती है.
वहां की व्यवस्था इतनी खराब है कोर्ट ने कमेटी और एजेंसी को लताड़ लगाते हुए कहा कि बाहर से राजघाट को देखने आने वाले लोग भारत की क्या छवि लेकर जाते होंगे जब देखते होंगे कि राष्ट्रपिता की समाधि पर ही इस तरह के हालात हैं. जनहित याचिका में यह भी कहा गया है कि राजघाट समाधि मॉन्यूमेंट को भी पूरी तरह से साफ सुथरा नहीं रखा जाता. इस बारे में कई बार राजघाट समाधि कमेटी को भी लिखा गया, लेकिन ना तो उन्होंने इसका कोई जवाब दिया और ना ही स्थिति को सुधारने की कोई कोशिश की.
याचिका में गुजारिश की गयी है कि हाईकोर्ट कमेटी को आदेश दें कि राजघाट की मेंटेनेंस और रिपेयर का काम जल्द से जल्द किया जाए. इस मामले में अगली सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में 4 दिसंबर को होगी.