
बिहार से जेडीयू सांसद अनिल कुमार साहनी के खिलाफ यात्रा किए बिना 24 लाख रुपये का पेमेंट लेने का मुकदमा चलेगा.
राज्यसभा के चेयरमैन हामिद अंसारी ने सीबीआई को उनके खिलाफ केस चलाने की अनुमति दे दी है. राज्यसभा के इतिहास में पहली बार किसी सांसद के खिलाफ सीबीआई को मुकदमे की मंजूरी दी गई है. जांच एजेंसी ने एलटीसी घोटाले में कथित फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार को लेकर सहनी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है.
राजनीति से प्रेरित आरोप
अपनी सफाई में साहनी ने कहा कि ये राजनीति से प्रेरित है. सीबीआई को जांच करनी चाहिए. मेरी छवि बिगाड़ ने कोशिश की जा रही है. मैं मानहानि का केस दर्ज करूंगा. मैं सकारात्मक सोचने वाला इंसान हूं.
दोषी को मिले सजा
मामले पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि मुझे अभी तक मामला पता नहीं हैं, लेकिन देखेंगे कि क्या सही है और क्या गलत है. वहीं आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि माननीय उपराष्ट्रपति ने जांच कराने का आदेश दिया है. हमें ज्यादा कहने की जरूरत नहीं है. कानून सबके लिए बराबर है. अगर कोई दोषी है तो उसे सजा मिलनी चाहिए.
यात्रा के बगैर लिया महंगाई भत्ता
सीबीआई ने साहनी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर आरोप लगाया है कि अन्य लोगों के साथ साजिश रच कर उन्होंने फर्जी ई टिकट और फर्जी बोर्डिंग पास का इस्तेमाल कर राज्यसभा से 23.71 लाख रुपये की धोखाधड़ी की. वास्तविक यात्रा के बगैर उन्होंने यात्रा एवं महंगाई भत्ता लिया.
2018 में पूरा होगा कार्यकाल
राज्यसभा में साहनी का कार्यकाल अप्रैल 2018 में पूरा हो रहा है. आरोपपत्र में साहनी के साथ नामजद अन्य लोगों में दिल्ली आधारित एयर क्रूज ट्रैवल प्रा लि. के कर्मचारी अनूप सिंह पंवार, एयर इंडिया के तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक (यातायात) एनएस नायर और अरविंद तिवारी शामिल हैं.
गौरतलब है कि सभी सांसदों (राज्य सभा और लोकसभा दोनों के) को साल में अपने लिए, अपने परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र की घरेलू यात्रा के लिए 34 मुफ्त हवाई टिकट मिलतें हैं.