
हत्या की राजनीति करने से जुड़े बयान देने वाले जेडीयू विधायक गोपाल मंडल को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही राष्ट्रगान को गुलामी का प्रतीक बताने वाले जेडीयू एमएलसी राणा गंगेश्वर को भी पार्टी से निकाल दिया गया है. जेडीयू की ओर से प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मंगलवार को यह आधिकारिक घोषणा की.
राष्ट्रगान को बताया था शोषकों की जयकार
गंगेश्वर ने समस्तीपुर के पटेल मैदान में सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि राष्ट्रगान गाना शोषकों की जयकार करने जैसा है. इसके बाद सभा में हंगामा हो गया. नगर विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने बाद में लोगों से माफी मांगकर उन्हें शांत करवाया.
दूसरे ने कहा था- हत्या की राजनीति करूंगा
गोपालपुर सीट से जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने रविवार को विवादास्पद बयान दिया था. नवगछिया में आयोजित वसंत फुहार कवि सम्मेलन में उन्होंने कहा था कि अब मैं फिर से हत्या की राजनीति करूंगा या करवाऊंगा.
मेरे पास बारूद और बंदूक की ताकत है
मंडल ने कहा था, 'मैं पहले हत्या की राजनीति करता था, लेकिन बीच में इस तरह की राजनीति छोड़ दी. अब विरोधियों की ओर से मुझ पर लगातार झूठा आरोप लगाया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि मंच पर जब बैठे लोग मेरे वोटर नहीं हैं. फिर भी आपकी सुरक्षा मैं ही करूंगा. मेरे पास बारूद और बंदूक की ताकत है.
शराबबंदी के फैसले पर किया नीतीश का विरोध
राज्य में एक अप्रैल से शराबबंदी लागू होने पर गोपाल मंडल ने कहा था कि नीतीश कुमार शराबबंदी कराना चाहते हैं, जो गलत है. सुरा और सुंदरी स्वर्ग में रहने वाले लोगों को भी पसंद है. नशाखोरी बंद नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार ने महिलाओं की परेशानी को देखते हुए शराबबंदी कराई है. शराब राजा-महाराजाओं की शोभा का सामान है. नशा की चीजों में भांग और दारू कौन बंद कराएगा?