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फुटबॉलर अदिति चौहान की वीजा समस्या पर मदद के लिए आगे आए राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़

मंत्री के इस कदम से अदिति को उम्मीद है कि अब उनकी वीजा संबंधी परेशानी का समाधान हो जाएगा और वह इंग्लैंड में खेलकर तिरंगे की शान को और बढ़ा सकेंगी.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़
सूरज पांडेय
  • नई दिल्ली,
  • 07 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST

इंग्लैंड में भारतीय फुटबॉल को नई पहचान दिलाने वाली अदिति चौहान की वीजा की समस्या जल्द हल हो सकती है. सूचना प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने विदेश मंत्रालय से मामले में तुरंत संज्ञान लेने को कहा है. एक ट्वीट के जरिये राठौड़ का ध्यान इस ओर खींचा गया था कि अदिति बीते चार महीने से विदेश मंत्रालय से अपना वीजा बढ़वाने की अपील कर रही हैं, पर अब तक कुछ नहीं हुआ. उनका वीजा 29 जनवरी को खत्म हो रहा है. अब राठौड़ ने इस मामले में पहल की है.

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मदद के लिए आगे आए राज्यवर्द्धन
अदिति की वीजा प्रॉब्लम के सिलसिले में राठौड़ से ट्विटर पर मदद मांगी गई थी.

कर्नल राठौड़ ने तुरंत इनबॉक्स में मैसेज कर मामले की पूरी जानकारी मांगी.

फिर उस ट्वीट के जरिए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप से मामले को संज्ञान में लेने की अपील करने के साथ ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी मामले से अवगत कराया. मंत्री के इस कदम से अदिति को उम्मीद है कि अब उनकी वीजा संबंधी परेशानी का समाधान हो जाएगा और वह इंग्लैंड में खेलकर तिरंगे की शान को और बढ़ा सकेंगी.

इतिहास रचा था फुटबॉलर अदिति ने
दरअसल, इंग्लिश क्लब वेस्ट हैम यूनाइटेड लेडीज के लिए खेलने वाली पहली भारतीय फुटबॉलर बनी अदिति चौहान जो कि साल 2015 की एशियन फुटबॉलर ऑफ द ईयर भी हैं, का स्टूडेंट वीजा 29 जनवरी को समाप्त हो रहा है. यानी कि इस अवॉर्ड को जीतने के बाद भी वेस्ट हैम यूनाइटेड की इस गोलकीपर के सामने खड़ा संकट कम नहीं हुआ है. पढ़ाई के लिए स्टूडेंट वीजा पर यूके गई अदिति का वीजा एक्सपायर होने के बाद वेस्ट हैम लेडीज के लिए खेलना तो दूर यूके में रह भी नहीं पाएंगी.

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अधर में दिख रहा था अदिति का भविष्य
अपने प्रदर्शन से अक्सर सुर्खियों में रहने वाली इस गोलकीपर को पिछले कुछ महीनों से अपना भविष्य अधर में दिखाई दे रहा था. अदिति को ये भी नहीं पता था कि वो यूके में अपना पहला सीजन पूरा कर पाएगी या नहीं लेकिन अब अदिति को उम्मीद की एक किरण दिखाई दे रही है. दरअसल अदिति का क्लब वेस्ट हैम ना तो उसे वीजा के संबंध में कोई मदद दे सकता है और ना ही उसके खेल के बदले में उसे किसी तरह का कोई भुगतान कर सकता है. FA के नियमों के मुताबिक थर्ड टियर का इंग्लिश वीमेंस क्लब अपने प्लेयर्स को किसी भी तरह से पेमेंट नहीं कर सकता. अदिति के परिवार ने अदिति के वीजा के लिए विदेश मंत्रालय को लिखा था लेकिन मंत्रालय की तरफ से इस मामले पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. इस बारे में केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी ट्विटर के जरिए संपर्क करने की कोशिश की गई थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला था.

हालांकि अदिति के पापा अभय वीर चौहान अदिति का वीजा स्पॉन्सर करने के लिए भी तैयार हैं लेकिन FA के नियम उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं देते.


लोगों ने की थी अदिति की मदद की कोशिश

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अदिति की परेशानियां देखकर उसके भाई आदित्य ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की संस्थापक कंपनी की मालकिन नीता अंबानी से उसकी मदद मांगने के लिए ऑनलाइन कैंपेन चलाया था . इस कैंपेन के समर्थन में अब तक 11 हजार से भी ज्यादा लोग आ चुके हैं. इन लोगों की मांग है कि भारतीय सरकार अदिति को वर्क वीजा दिलाने में मदद करे जिससे वो वेस्ट हैम यूनाइटेड लेडीज के लिए अपना सीजन खत्म कर सके. इसके साथ ही वो अदिति के लिए आर्थिक मदद भी चाहते हैं. हमने सबसे पहले इस सिलसिले में खबर भी प्रकाशित की थी. अब कर्नल राठौड़ द्वारा इस मामले का संज्ञान लिए जाने के बाद अदिति की ये समस्या जल्द ही दूर होती दिख रही है.

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