
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन पर खुशी जताई है. उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्रस्ट गठन पर आभार जताया है, साथ ही कहा है कि राम मंदिर पर किसी ने अब ऐसा साहस नहीं दिखाया है.
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है. जहां कोई राम मंदिर पर निर्णय लेने के लिए हिम्मत तक नहीं दिखा रहा था, उन्होंने निर्णय लिया. सुप्रीम कोर्ट का आदेश सबके लिए बाध्यकारी है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं कि उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन दी. मैं 7 मार्च को अयोध्या जाऊंगा.'
इससे पहले शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने बुधवार को कहा था कि मंदिर का निर्माण प्राथमिकता है. अरविंद सांवत ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत करते हैं. यह बाला साहेब ठाकरे का सपना था. उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए. यहां तक कि लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लगातार 'पहले मंदिर, फिर सरकार' कहा. वह दो बार अयोध्या भी गए और रामलला के दर्शन किए.
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ट्रस्ट मंदिर पर फैसला लेने के लिए होगा स्वतंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा को जानकारी दी थी कि कैबिनेट ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित करने का प्रस्ताव पास किया है. उन्होंने बताया कि ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण और उससे जुड़े विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा. पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने नौ नवंबर को राम मंदिर मसले पर ऐतिहासिक फैसले के दौरान सरकार को ट्रस्ट गठित करने का निर्देश दिया था.
पीएम मोदी ने मांगा समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपील करते हुए कहा कि आइए, इस ऐतिहासिक क्षण में हम सभी सदस्य मिलकर अयोध्या में श्रीराम धाम के जीर्णोद्धार के लिए, भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए, एक स्वर में अपना समर्थन दें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में बताया कि मेरी सरकार ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधित अन्य विषयों के लिए एक वृहद योजना तैयार की है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार एक स्वायत्त ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया है.
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सुप्रीम कोर्ट ने दिया था ट्रस्ट गठ का आदेश
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 9 नवंबर को अयोध्या में ट्रस्ट के जरिए राम मंदिर निर्माण का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक नौ फरवरी तक सरकार को ट्रस्ट बनाना था . इस प्रकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवधि खत्म होने के चार दिन पहले सरकार ने ट्रस्ट के गठन का प्रस्ताव कैबिनेट से पास होने की सूचना दी है.