
भारतीय वायुसेना के बर्खास्त अधिकारी रंजीत को पुलिस ने शनिवार को दिल्ली की अदालत में पेश किया. जहां अदालत ने उसकी पुलिस रिमांड दो दिन के लिए बढ़ा दी.
आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले रंजीत से पठानकोट हमले के सिलसिले में पूछताछ की जानी है. इसी वजह से पुलिस ने अदालत से उसकी रिमांड अवधि बढ़ाए जाने की मांग की थी. जिसे अदालत ने मान लिया. और दो दिन के लिए उसकी हिरासत को बढ़ा दिया. उसकी पांच दिन की पुलिस हिरासत की अवधि आज खत्म हो रही थी.
पठानकोट आंतकी हमले के बाद शक की सुई आईएसआई के एजेंट और वायुसेना के पूर्व अधिकारी के.के. रंजीत की तरफ घूम रही है. रंजीत को इंडियन एयरफोर्स से जुड़ी अहम जानकारियां आईएसआई को देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
शक की सुई रंजीत की तरफ
नए साल के दूसरे दिन ही पंजाब के पठानकोट में बड़ा हमला करके आतंकवादियों ने अपने इरादे जता दिए हैं कि वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आएंगे. शनिवार की सुबह आतंकवादियों ने एयरफोर्स स्टेशन को निशाना बनाने की साजिश रची और पठानकोट में हमला कर दिया. माना जा रहा है कि इस एयरफोर्स स्टेशन से जुड़ी तमाम जानकारी रंजीत ने लीक की थी.
रिमांड अवधि खत्म
केके रणजीत नामक वायुसेना का यह बर्खास्त अधिकारी पंजाब के भटिंडा एयरफोर्स बेस में तैनात था. पुलिस और क्राइम ब्रांच ने इसे पंजाब से ही गिरफ्तार किया था. दिल्ली की एक अदालत ने बीते मंगलवार को गद्दार अधिकारी रंजीत को चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा था. शनिवार को उसकी रिमांड अवधी खत्म हो रही है.
पुलिस लेकर गई थी एमपी और राजस्थान
भारतीय वायुसेना में तैनात रहे केके रंजीत को पूछताछ के सिलसिले में पुलिस दिल्ली से बाहर ले कर गई थी. अदालत ने उसे पांच दिन के लिए पुलिस हिरासत में दे दिया था. पुलिस उसे राजस्थान के जैसलमेर और मध्य प्रदेश के ग्वालियर ले गई थी.
पठानकोट हमले के बारे में पूछताछ
शनिवार को पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बारे में केके रंजीत से पूछताछ की जा रही है. हालांकि उसकी चार दिन की पुलिस कस्टडी आज ख़त्म हो रही है, लेकिन क्राइम ब्रांच अदालत से रंजीत की पुलिस रिमांड बढ़ाए जाने की मांग करेगी.
रंजीत ने लीक थी अहम जानकारी
रंजीत की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था कि उसने फेसबुक के ज़रिए दामिनी नाम की एक महिला को एयरफोर्स के बारे में अहम जानकारी दी थी. उस महिला ने खुद को एक मैगजीन की रिपोर्टर बताया था. वह महिला पाकिस्तान में बैठकर यह सब कर रही थी. उसने पहले रंजीत से दोस्ती की और फिर उसे हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर एयरफोर्स से जुड़ी अहम जानकारियां हासिल की थी.
हमले की साजिश के लिए ली थी जानकारी!
केके रंजीत की असलियत सामने आने के बाद क्राइम ब्रांच ने एयरफोर्स को भी इस बारे में आगह कर दिया था. रंजीत से अहम जानकारी लेने की वजह शायद यह आतंकी हमला ही था. जिसे पठानकोट में अंजाम दिया गया.
और भी हो सकते हैं हनीट्रैप का शिकार
केके रंजीत की हकीकत सामने आने के बाद क्राइम ब्रांच को शक है कि शायद रंजीत की तरह हनी ट्रैप के जाल में एयरफोर्स के कुछ और लोगों को भी फंसाया गया हो इसीलिए पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बारे में रंजीत से विस्तृत पूछताछ करना ज़रूरी है.