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ये है कैराना में 346 हिंदू परिवारों के पलायन का पूरा सच

मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस भेजकर चार हफ्ते के अंदर जवाब की मांग की है. दूसरी तरफ, बीजेपी ने 9 सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर सियासी गरमाहट और बढ़ा दी है. कमेटी 15 जून को कैराना पहुंचेगी और हिंदुओं के पलायन के बारे में जानकारी जुटाएगी.

9 सदस्यीय जांच कमेटी कर रही कैराना मामले की जांच 9 सदस्यीय जांच कमेटी कर रही कैराना मामले की जांच
अंजलि कर्मकार/नितिन जैन
  • कैराना,
  • 13 जून 2016,
  • अपडेटेड 10:25 PM IST

यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के कैराना में 346 हिंदू परिवारों के पलायन अखिलेश सरकार और यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है. कैराना में बढ़ते अपराध और रंगदारी वसूली के कारण अधिकतर हिंदू परिवारों ने गांव छोड़ दिया और उनके घरों के बाहर ताले लटक रहे हैं. सवाल ये है कि आखिर क्या है कैराना मामले का पूरा सच? बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के दावों में कितनी है सच्चाई?

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मामला बढ़ने पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक को दखल देना पड़ा. मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को नोटिस भेजकर चार हफ्ते के अंदर जवाब की मांग की है. दूसरी तरफ, बीजेपी ने 9 सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर सियासी गरमाहट और बढ़ा दी है. कमेटी 15 जून को कैराना पहुंचेगी और हिंदुओं के पलायन के बारे में जानकारी जुटाएगी.

ये है कैराना मामले का पूरा सच
इस मामले की सच्चाई जानने के लिए 'आजतक' की टीम शासन के साथ इलाके का जायजा लेने कैराना के ज्वालागढी पहुंची. सूची में 195 नंबर की एंट्री मुरारी के नाम से हुई. हमने मुरारी से पूछा कि ये उसी का पता है? उसने तुरंत हां में जवाब दिया. पलायन के बारे में पूछने पर उसने बताया कि वो वहीं पर रहता है और कभी कहीं किसी के डर से नहीं गया न ही उसे किसी का डर लगा.

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बिना छानबीन के सूची में डाल दिया नाम
उसी गली के मोड़ पर विनोद जाटव का मकान है. उसका नाम पलायन सूची मे 190 नंबर पर है. उसने बताया कि वह इस इलाके में जन्म से रह रहा है. कभी किसी से दबाव या डर नहीं लगा. सूची में उसका नाम कैसे आया उसे पता नहीं है. थोड़ा आगे चले तो किरण पाल के घर पहुंचे, जिसका नाम पलायन सूची में 224 नंबर पर है. किरण पाल तो नहीं मिला, लेकिन उनके सुसर पीरू जाटव मिले, उन्होंने बताया कि वो पानीपत काम करता है और काफी वक्त से काम के चलते वो वहीं रह रहा है, लेकिन किसी भी डर या खौफ के पलायन को इनकार उसने भी किया.

बीजेपी सांसद का दावा- पलायन करने वालों का कराया सत्यापन
बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने कैराना से पलायन करने वाले हर घर का सत्यापन कराया है. सिंह ने दो दिन पहले सूची जारी करते हुए कैराना में बढ़ते अपराध, गुंडागर्दी, धमकी और लूटपाट का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में पलायन करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि, राज्य सरकार इसे तथ्यहीन करार दे रही है.

ये है लिस्ट की सच्चाई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस लिस्ट की जांच में 11 ऐसे नाम मिले, जो 10 से 15 साल पहले ही आर्थिक और कारोबारी वजह से पलायन कर चुके थे. इनके पलायन का संबंध किसी आतंकी माहौल से नहीं था, जिसका दावा हुकुम सिंह ने अपनी लिस्ट में किया है. यही नहीं, लोग मुस्लिम समुदाय के खौफ की वजह से पलायन की बात सिरे से खारिज कर रहे हैं.

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