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मध्य प्रदेश के किसानों के लिए राहत की बात, तय समय पर पहुंचेगा मानसून

हिंदुस्तान के दिल यानी मध्य प्रदेश में इस बार 14 से 16 जून के बीच मॉनसून आने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने लगाया है. भोपाल मौसम विभाग में मौसम वैज्ञानिक अनुपम कश्यपी ने बताया कि मानसून तय समय पर मध्य प्रदेश में दाखिल होगा.

किसानों को मिलेगी राहत किसानों को मिलेगी राहत
रवीश पाल सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 09 जून 2017,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

हिंदुस्तान के दिल यानी मध्य प्रदेश में इस बार 14 से 16 जून के बीच मॉनसून आने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने लगाया है. भोपाल मौसम विभाग में मौसम वैज्ञानिक अनुपम कश्यपी ने बताया कि मानसून तय समय पर मध्य प्रदेश में दाखिल होगा.

मौसम वैज्ञानिक अनुपम कश्यपी के मुताबिक अधिकतम 16 से 18 जून तक मॉनसून मध्यप्रदेश में दाखिल होगा और 26 से लेकर 28 जून तक पूरे मध्यप्रदेश को मॉनसून की बारिश तर कर देगी.

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अनुपम कश्यपी के मुताबिक इस बार एमपी में मॉनसून सामान्य रहेगा. भोपाल मौसम विभाग ने पुर्वी मध्यप्रदेश में 967 मिमी से 1135 मिमी बारिश का अनुमान जताया है, तो वहीं पश्चिमी मध्यप्रदेश में 815 मिमी से 956 मिमी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है. मौसम विभाग ने बताया है कि लगातार दूसरे साल अच्छा और पूरे प्रदेश में बारिश देने वाला मॉनसून आने वाला है जो कि प्रदेश के लिए राहत की खबर है.

16-17 जून को मॉनसून पहुंचेगा भोपाल
मौसम वैज्ञानिक अनुपम कश्यपी के मुताबिक इस साल मानसून 16 से 17 जून तक मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंच जाएगा. इन्हीं तारीखों को ही मॉनसून के प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर पहुंचने का भी अनुमान है. वहीं जबलपुर में 15 या 16 जून को मॉनसून दस्तक दे सकता है. मॉनसून के ग्वालियर में 24 से 25 जून तक पहुंचने के आसार मौसम विभाग ने जताए.

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किसानों को सलाह
मॉनसून के पूर्वानुमान के साथ ही मौसम विभाग ने किसानों को सलाह भी दी है कि वो प्री मॉनसून की बारिश के दौरान फसलों की बोवनी कर दें तो बेहतर होगा, क्योंकि इस समय बोवनी करने वाले किसानों को बारिश का भरपूर फायदा मिलेगा. लेकिन इसके साथ ही उन्हें फसलों का बीमा करने की सलाह भी मौसम विभाग ने दी है, ताकि मौसम में आये किसी भी तरह के बड़े बदलाव से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके. मौसम विभाग ने कहा है कि प्रदेश के ज़्यादातर हिस्सों के लिए सोयबीन की फसल अधिक उपयोगी होगी.

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