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कश्मीर घाटी का माहौल बिगाड़कर बोला पाकिस्तान- शांति के लिए बात करे भारत

एक ओर पाकिस्तान कश्मीर में अलगाववाद की चिंगारी को हवा दे रहा है, दूसरी ओर वह समस्याओं को हल करने के लिए भारत से बातचीत की अपील भी कर रहा है.

सरताज अजीज (फाइल फोटो) सरताज अजीज (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • लाहौर,
  • 19 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 11:06 PM IST

एक ओर पाकिस्तान कश्मीर में अलगाववाद की चिंगारी को हवा दे रहा है, दूसरी ओर वह समस्याओं को हल करने के लिए भारत से बातचीत की अपील भी कर रहा है. पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की बातचीत की वकालत की है.

पाकिस्तान ने भारत से सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए बातचीत बहाल करने की मांग करते हुए कहा कि शांति होने पर क्षेत्र में व्याप्त गरीबी, निरक्षरता और अन्याय जैसी समस्याओं का उन्मूलन किया जा सकता है.

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सरताज अजीज ने कहा, ‘हालांकि भारतीय विदेश सचिव इस साल तीन मार्च को पाकिस्तान आए थे, लेकिन यह एक सदभावना दौरा था. औपचारिक वार्ता बहाल होनी बाकी है.’ अजीज ने यह टिप्पणी शनिवार शाम लाहौर फोर्ट में आयोजित ‘मुस्लिम-सिख दोस्ती की तर्जमन- बैसाखी’ नाम की एक संगोष्ठी में की.

'शांति होगी, तभी समस्याएं खत्म होंगी'
सरताज ने कहा, ‘पाकिस्तान क्षेत्र में शांति चाहता है और भारत के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत शुरू करने की इच्छा रखता है. शांति होगी, तो हम क्षेत्र में गरीबी, निरक्षरता और अन्याय की समस्या का खात्मा कर सकते हैं.’ अजीज ने भारत से वार्ता की प्रक्रिया बहाल करने की अपील करते हुए कहा कि दोनों देश के प्रधानमंत्रियों, नवाज शरीफ और नरेन्द्र मोदी के बीच पिछले साल बैठक के दौरान इस पर सहमति बनी थी. उन्होंने विदेश सचिव स्तर की बातचीत बहाल करने में भारत की ओर से की जा ही कथि‍त देरी पर हैरानी जताई.

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शुरुआत अच्छी, पर बाद में ठंडा पड़ा मामला
अजीज ने कहा, 'प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 2013 के आम चुनाव के बाद भारत समेत पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों के विकास के जरिए देश के आर्थिक व सामाजिक विकास के एक रोडमैप की घोषणा की थी. इस नीति के तहत शरीफ भारत गए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. 27 मार्च, 2014 को अपनी मुलाकात में दोनों देश के प्रधानमंत्री विदेश सचिव स्तर की बातचीत बहाल करने पर सहमत हुए थे.

अजीज ने कहा, 'इसके बाद 25 अगस्त को भारत ने हमारे पास संदेश भेजा कि वह इसे लेकर अपने विदेश सचिव को इस्लामाबाद भेज रहा है.' उन्होंने कहा कि जब विदेश सचिव एस जयशंकर इस्लामाबाद आए, तो वह SAARC देशों की सद्भावना यात्रा पर थे और मार्च के उनके दौरे में उन्होंने केवल SAARC से जुड़े विषयों पर चर्चा की थी.

हाफिज सईद के खुलासे से उठे सवाल
वार्ता के लिए पाकिस्तान की ओर से अपील ऐसे वक्त में की गई है, जब मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने बड़ा खुलासा करके पाकिस्तान के झूठ से पर्दा उठा दिया है. एक पाकिस्तानी चैनल को दिए इंटरव्यू में हाफिज सईद ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान सरकार और वहां की फौज कश्मीर में अलगाववादियों की मदद कर रही है. हाफिज के मुताबिक, कश्मीर को आजाद कराने के लिए पाकिस्तान की मदद से ही 'जेहाद' चलाया जा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान के इरादे खुद ही सवालों के घेरे में आ जाते हैं.

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गौरतलब है कि भारत ने पिछले साल नई दिल्ली में दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता से ठीक पहले पाकिस्तानी उच्चायुक्त द्वारा कश्मीरी अलगाववादियों से चर्चा करने की वजह से यह बातचीत रद्द कर दी थी. विदेश सचिव स्तर की बातचीत के अगले दौर के लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है.

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