
बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह के एक बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कुछ राजनीतिक संगठनों ने इसके लिए उनकी आलोचना भी की है. लेकिन अब बॉलीवुड सेलिब्रिटीज धीरे धीरे एक्टर के सपोर्ट में आ रहे हैं. ऋचा चड्ढा और स्वरा भास्कर ने पूरे मामले पर सोशल मीडिया में अपनी बात राखी है.
दोनों अभिनेत्रियों ने ट्वीट कर नसीरुद्दीन का समर्थन किया है. शुक्रवार को ट्वीट कर ऋचा ने लिखा, लोग एक्टर्स से पूछते हैं कि वो खुलकर क्यों नहीं बोलते हैं. असल में, क्योंकि जब एक्टर्स बोलते हैं तो ऐसा ही होता है. एक्टर्स भी टैक्स भरते हैं. उनके पास अपनी अपनी हर बात रखने का हर अधिकार है.
ऋचा ने लिखा,"एक्टर्स जब अपनी बात खुलकर रखते हैं तो वो लोगों द्वारा टारगेट किए जाते हैं."
स्वरा भास्कर ने भी नसीरुद्दीन शाह के बयान का सपोर्ट करते हुए लिखा, ''हमारा घर है, हमें यहां से कौन निकाल सकता है!''
Naseeruddin Shah in Ajmer Lit Fest नसीरुद्दीन शाह का पुतला फूंका, कार से नहीं उतर सके
बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने गुरुवार को एक वीडियो जारी कहा था, "समाज में जहर फैला हुआ है... जिस तरह से माहौल है मुझे मेरे बच्चों की चिंता होती है. कभी भीड़ ने उन्हें घेर कर पूछ लिया कि तुम हिंदू हो या मुसलमान. वो इसका जवाब नहीं दे पाएंगे... क्योंकि हमने (पत्नी रत्ना शाह) अपने बच्चों को मजहबी तालीम नहीं दी है... उनसे उनका धर्मं पूछा जाएगा तो वे क्या बताएंगे...देश में किसी पुलिस अधिकारी की मौत से ज्यादा गाय की मौत महत्व रखती है..." (नसीरुद्दीन के पूरे बयान को नीचे वीडियो में सुन सकते हैं.)
नसीरुद्दीन शाह को इसी बयान की वजह से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
कुछ धार्मिक संगठनों और शिवसेना ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. शिवसेना ने कहा कि नसीरुद्दीन को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. ये गलत है. वहीं, शुक्रवार को अजमेर (राजस्थान) में नसीरुद्दीन को विरोध का सामना करना पड़ा. बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल के बाहर एक्टर का पुतला फूंककर जबरदस्त विरोध किया और नसीरुद्दीन को पाकिस्तान जाने की सलाह दी. कई नेताओं ने शाह के बयान को देशविरोधी करार दिया है. कुछ उनके बयान को पाकिस्तान परस्ती से जोड़कर भी देखा.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 दिसंबर को कथित गोकशी के बाद हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान किसी ने इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. इसी के चलते शाह ने गुरुवार को वीडियो जारी कर बयान दिया था.
बता दें कि वो शुक्रवार को वो अजमेर के पांचवे लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. लेकिन कड़े विरोध के चलते वो फेस्टिवल का शुभारंभ नहीं कर पाए. काफी देर तक लिटरेचर फेस्टिवल के बाहर वह अपनी गाड़ी में बैठे रहे और फिर वापस होटल आ गए. यहां उनके सारे बैनर, पोस्टर फाड़ दिए गए.