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नोटबंदी के बाद कैशलेस पर रॉबर्ट वाड्रा ने उठाए सवाल, कहा- तालमेल में कमी

अपनी फेसबुक पोस्ट में वाड्रा ने कहा कि उसका नोटबंदी का फैसला अनियोजित था. खराब सामंजस्य के कारण पेट्रोल पंप मालिकों को यह कदम उठाना पड़ा. 0.75 प्रतिशत छूट देने का क्या मतलब रह गया जब बैंक पेट्रोल पंपों पर 1 प्रतिशत एमडीआर (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) वसूल रहे हैं.

रॉबर्ट वाड्रा रॉबर्ट वाड्रा
लव रघुवंशी
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 1:30 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से केंद्र सरकार के कैशलेस अभियान पर हमला किया है. वाड्रा ने पोस्ट में लिखा कि पहले सरकार ने लोगों से डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने को कहा, अब जब लोगों ने शुरू किया तो बैंकों और केंद्र की नीतियों में कोई सामंजस्य ही नजर नहीं आता.

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ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल पंप पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए ग्राहकों से भुगतान स्वीकार नहीं किए जाने की घोषणा की है. ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन(एआईपीडीए) ने रविवार को कहा कि बैंकों द्वारा कार्ड लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त चार्ज लगाए जाने के खिलाफ यह फैसला लिया गया है.

अपनी फेसबुक पोस्ट में वाड्रा ने कहा कि उसका नोटबंदी का फैसला अनियोजित था. खराब सामंजस्य के कारण पेट्रोल पंप मालिकों को यह कदम उठाना पड़ा. 0.75 प्रतिशत छूट देने का क्या मतलब रह गया जब बैंक पेट्रोल पंपों पर 1 प्रतिशत एमडीआर (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) वसूल रहे हैं.

ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने अब अपने फैसले को कुछ समय के लिए टालते हुए अब 13 जनवरी तक देश भर के सभी पेट्रोल पंपों पर डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्‍वीकार किए जाने का ऐलान किया है. इससे पहले देशभर के पेट्रोल पंपों पर सोमवार से यानी 9 जनवरी से डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए ग्राहकों से भुगतान स्वीकार नहीं किए जाने की घोषणा की थी.

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इससे पहले नोटबंदी पर रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा था कि आखिर कब तक और किस हद तक यह सरकार खुद को सही साबित करने के लिए हम सबके साथ प्रयोग करती रहेगी? अब 5,000 रुपये से ज्यादा के पुराने नोट 30 दिसंबर तक सिर्फ एक बार जमा करने की इजाजत दी जा रही है, वह भी उसका ब्योरा देने के बाद. सरकार ने वित्तीय संस्थाओं को पूछताछ कार्यालय में बदल दिया है. यह देखना दुखद है कि सरकार सनक और मनमर्जी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. मैं लोगों की परेशानी को समझ सकता हूं. उन्होंने लिखा है, 'इससे साबित होता है कि नोटबंदी पूरी तरह से अनियोजित थी. रिजर्व बैंक और सरकार को कुछ नहीं सूझ रहा. वे हर दिन नियम बदल रहे हैं, जिससे जनता को परेशानी हो रही है.'

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