
पेट्रोल पंपों पर डिजिटल पेंमेट स्वीकार नहीं करने को लेकर जारी खबरों के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने भरोसा दिया है कि 13 जनवरी के बाद भी लोग आसानी से पेट्रोल पंपों पर अपने क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस मुद्दे को लेकर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन और बैंकों के बीच मतभेद हैं उसे जल्द सुलझा लिया जाएगा.साथ ही धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एमडीआर विवाद का असर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा और उन्हें कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा. वहीं ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने 14 जनवरी से कार्ड पेमेंट को स्वीकार नहीं करने का ऐलान किया है.
दरअसल ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने अपने फैसले को कुछ समय के लिए टालते हुए अब 13 जनवरी तक देश भर के सभी पेट्रोल पंपों पर डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार किए जाने का ऐलान किया है. इससे पहले देशभर के पेट्रोल पंपों पर सोमवार से यानी 9 जनवरी से डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए ग्राहकों से भुगतान स्वीकार नहीं किए जाने की घोषणा की थी. ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन(एआईपीडीए) ने रविवार को कहा कि बैंकों द्वारा कार्ड लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त चार्ज लगाए जाने के खिलाफ यह फैसला लिया गया है. इस फैसले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल डिजिटल मुहिम को बड़ा झटका लगने वाला है. इस बीच, इसके जल्द ही सुलझा लिया जाएगा.
दरअसल बैंकों ने पेट्रोल पंप मालिकों से ट्रांजेक्शन फीस वसूलने का फरमान सुनाया है, इस फैसले के विरोध में पेट्रोल पंप एसोसिएशन का कहना कि वो ऐसे हालात में कार्ड पेमेंट को मंजूर नहीं करेंगे. एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने एक प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि बैंकों ने पेट्रोलियम डीलर्स को सूचित किया है कि वे क्रेडिट कार्ड से होने वाले लेनदेन पर 1 फीसदी और डेबिट कार्ड से होने वाले लेनदेन पर 0.25 फीसदी से 1 फीसदी के बीच शुल्क वसूलेंगे.
पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की माने तो ज्यादातर पेट्रोल पंप HDFC बैंक की POS मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं. पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन का ये फैसला ऐसे समय पर आया है जब सरकार ने पिछले महीने ही कार्ड से पेट्रोल-डीजल की खरीदारी पर 0.75% छूट देने की घोषणा कर रखी है.
ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने बताया कि एक फीसदी एमडीआर कटने के चलते यह निर्णय लिया गया है कि अब 14 जनवरी से देश के सभी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों 53,840 रिटेल आउटलेट्स पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट स्वीकार नहीं किए जाएंगे.
एसोसिएशन का कहना है कि कुल मार्जिन 2.5 फीसदी है. इसमें उन्हें स्टाफ कॉस्ट और अन्य मैंटेनेंस से जुड़े खर्च करने होते हैं. ऐसे में इतने कम मार्जिन में बैंक को शुल्क देना रिटेल आउटलेट्स के लिए संभव नहीं है. दूसरे कारोबारियों की तरह पेट्रोलियम डीलर्स अपने उत्पादों की कीमत भी नहीं बढ़ा सकते हैं. ऐसी स्थिति में पेट्रोलियम डीलर्स अपने मार्जिन का एक फीसदी हिस्सा बैंकों को देने की स्थिति में नहीं हैं.
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की मानें तो इन नए नियम से डीलरों को भारी घाटा होने की आशंका है. जिस वजह से उन्होंने 9 के बजाय अब 14 जनवरी 2017 की मध्य रात्रि से डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिये पेट्रोल पंपों पर भुगतान स्वीकार नहीं किए जाएंगे.
सबसे पहले तमिलनाडु में उठे विरोध के स्वर
सबसे पहले तमिलनाडु स्टेट फेडरेशन ऑफ पेट्रोलियम डीलर्स के अध्यक्ष केपी मुरली ने कहा कि एचडीएफसी बैंक और अन्य बैंकों ने पेट्रोलियम डीलर्स को सूचित किया है कि वे 9 जनवरी से क्रेडिट कार्ड से होने वाले लेनदेन पर 1 फीसदी और डेबिट कार्ड से होने वाले लेनदेन पर 0.25 फीसदी से 1 फीसदी के बीच शुल्क वसूलेंगे. जिसका हम विरोध कर रहे हैं.
गौरतलब है कि एमडीआर वह कमीशन होता है जिसे बैंकों की ओर से कार्ड पेमेंट स्वीकार करने लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के बदले वसूला जाता है.