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रोज वैली चिटफंड घोटाला: कोलकाता में 5 जगहों पर ED की छापेमारी

रोज वैली चिटफंड घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय कोलकाता में 5 जगहों पर छापा मार रहा है. रोज वैली ग्रुप पर हॉलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का झांसा देकर करीब 1 लाख निवेशकों को 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है.

ED की छापेमारी (प्रतीकात्मक तस्वीर) ED की छापेमारी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुनीष पांडे
  • बेंगलुरु,
  • 21 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 2:03 PM IST

  • रोज वैली चिटफंड घोटाले में ED की कार्रवाई
  • इस मामले में ओएसडी से हुई थी पूछताछ

रोज वैली चिटफंड घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कोलकाता में 5 जगहों पर छापा मार रहा है. इसमें से दो पूर्वी इलाके के न्यूटाउन में हैं और एक डनलप के पास है.

गौरतलब है कि रोजवैली ग्रुप ने हॉलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का झांसा देकर करीब 1 लाख निवेशकों को 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. रोजवैली ग्रुप के प्रबंध निदेशक शिवमय दत्ता इस घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं.

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प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि रोज वैली घोटाला, शारदा पोंजी घोटाले से ज्यादा बड़ा घोटाला है. रोज वैली चिटफंड घोटाले में रोज वैली ग्रुप ने लोगों से दो अलग-अलग स्कीम का लालच दिया और आम लोगों का पैसा हड़प लिया.

बंगाल सरकार के मुख्य सचिव से हुई थी पूछताछ

रोज वैली चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल सरकार के वित्त विभाग के ओएसडी को भी पूछताछ कि लिए समन भेजा गया था. सीबीआई ने ओएसडी से 2012 में राज्य सरकार और रोज वैली ग्रुप के बीच हुए जमीन सौदे के बारे में पूछताछ की थी. इससे पहले अगस्त में रोज वैली केस में सीबीआई ने कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार को तलब किया था.

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