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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुखपत्र ऑर्गेनाइजर में शनिवार को चीन पर निशाना साधा है. मुखपत्र के संपादकीय में कहा गया कि मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के मसले पर चीन ने जिस तरह से पाकिस्तान का साथ दिया, वैसे चयनात्मक उकसावे से मसला नहीं सुलझेगा.
'सैन्य कार्रवाई से नहीं सुलझेगा मसला'
आतंकी संगठन आईएसआईएस के बढ़ते दायरेे पर चिंता जताते हुए ऑर्गेनाइजर के संपादकीय में लिखा गया है कि महज सैन्य कार्रवाई से मसला
नहीं सुलझेगा और इससे आईएसआईएस और ज्यादा लोकप्रिय हो जाएगा. जब तक यह नहीं
स्वीकार किया जाएगा कि जिहाद की विचारधारा के साथ राजनीतिक इस्लाम पश्चिमी उदारवाद के
लिए एक चुनौती के तौर पर उभरा है, तब तक यह समस्या बरकरार रहेगी.
'सामंजस्यपूर्ण नियंत्रण नीति की जरूरत'
संपादकीय के
मुताबिक, सिर्फ ताम-झाम वाले सैन्य तरीके से मुद्दा नहीं सुलझेगा, बल्कि इससे समूह और ज्यादा
लोकप्रिय ही होगा. इस समस्या से निपटने के लिए सामंजस्यपूर्ण नियंत्रण नीति की जरूरत है और
चीन ने मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के मामले में जैसा
पाकिस्तान के साथ किया, वैसे चयनात्मक उकसावे से मसला नहीं सुलझेगा.
संयुक्त राष्ट्र में चीन ने लगाया था अड़ंगा
चीन ने हाल ही में
संयुक्त राष्ट्र में भारत के उस कदम पर अड़ंगा लगा दिया था, जिसके तहत लश्कर ए तैयबा के
कमांडर लखवी की रिहाई के मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी. चीन ने
कहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती, क्योंकि भारत ने अपर्याप्त जानकारी
दी है.
इनपुट भाषा