
इस कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन रुपये ने मजबूत शुरुआत की है. शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 52 पैसे मजबूत हुआ है. इस मजबूती के साथ यह 71.85 प्रति डॉलर के स्तर पर खुला है.
इससे पहले बुधवार को रुपया 72.37 के स्तर पर बंद हुआ था. गुरुवार को मुहर्रम के मौके पर करंसी मार्केट बंद था. इस कारोबारी हफ्ते में रुपये की हालत थोड़ी सुधरी है. यह थोड़ी मजबूती हासिल करने में कामयाब हुआ है.
बता दें अंतरराष्ट्रीय पर लगातार बन रहे विपरीत हालातों की वजह से रुपया कमजोर हुआ है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर रुपये पर दिख रहा है.
इसके अलावा उबरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने पेश आ रही चुनौतियों के चलते एशियाई देशों की करंसी में कमजोरी नजर आ रही है. हालांकि अमेरिकी करंसी डॉलर लगातार मजबूत हो रही है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने गिरते रुपये को संभालने के लिए बुधवार को एक्सटर्नल कमर्शियल बोरोविंग्स के नियम आसान कर दिए हैं. आरबीआई ने बुधवार को एक अधिसूचना जारी की है.
इसमें उसने बताया कि मैन्युफक्चरिंग सेक्टर में अधिकृत एक्सटर्नल कमर्शियल बोरोविंग्स (ECB) के नियम आसान कर दिए गए हैं. ये लोग अब 5 करोड़ और इसके समानांतर ईसीबी एक साल की न्यूनतम औसत मैच्योरिटी पीरिएड के साथ ले सकेंगे.
इससे पहले इन ईसीबी के लिए न्यूनतम औसत मैच्योरिटी अवधि 5 साल की थी. भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से उठाया गया यह कदम उस पहल का हिस्सा है, जो रुपये को संभालने के लिए की जा रही है. पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में ली गई इकोनॉमिक रिव्यू मीटिंग में रुपये को संभालने के लिए ये फैसले लिए गए थे.