
एक्टर सैफ अली खान 1992 में फिल्म बेखूदी से डेब्यू करने वाले थे लेकिन डायरेक्टर ने उन्हें पहली ही फिल्म से निकाल दिया था. सैफ अली खान ने उस घटना को याद करते हुए कहा कि वे बेहद डरे हुए थे. बता दें कि इसके बाद सैफ अली खान का डेब्यू यश चोपड़ा की फिल्म परंपरा से हुआ था जो कि 1993 में आई थी.
पहले दिन की कैसी थी शूटिंग
सैफ अली खान ने याद किया है कि शूटिंग का उनका पहला दिन कैसा गया था. मुंबई मिरर से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि डारेक्टर राहुल राविल पहले दिन गाने की शूटिंग कर रहे थे. सैफ के साथ को-स्टार काजल थीं.
सैफ ने कहा, ''मुझे झूठे आंसू लाते हुए लाइन गानी थी- चाहत की राहों में, क्यूं इतना डरता है. लेकिन यह इतना आसान नहीं था. चाहत की राहों में से लेकर क्यूं इतना डरता है तक जाने में मेरे एक्सप्रेशन बदल जाते थे.''
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डायरेक्टर को लगा था- इंट्रेस्ट नहीं ले रहे हैं सैफ
सैफ का कहना है, 'मैं इंग्लैंड के स्कूल बोर्डिंग से सीधे आया था. मैं काफी डरा हुआ था. मैंने जरूर काफी बुरा किया होगा, क्योंकि जैसे ही राहुल राविल ने मुझे फिल्म से बाहर किया था, उनका कहना था कि मैं एक्टिंग में दिलचस्पी नहीं ले रहा. उस शॉट को लेकर मैं मानता हूं कि मैंने बहुत ही बुरा किया था.'
सैफ का कहना है कि दिल चाहता के आसपास उन्होंने स्क्रीन पर दूसरा कोई बनने की बजाए खुद की नैचुरल एक्टिंग शुरू की. उन्होंने कहा कि फिर वैसे ही रोल्स लेने शुरू किए. फिल्म रेस में छोटे भाई का रोल मिलने के बाद भी उन्होंने बड़े भाई का किरदार किया क्योंकि उन्हें लगा कि वो ज्यादा जिम्मेदारी वाला है.
बता दें कि हाल में ही सैफ अली खान की तानाजी आई थी जिसमें वे अजय देवगन के अपोजिट थे. इस फिल्म में उनके निगेटिव रोल की काफी तारीफ हुई थी. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई भी की थी.