
तमिलनाडु में सलेम जिले के इलमपिल्लई में 21 साल की वीनूप्रिया की खुदकुशी मामले में पुलिस ने 21 साल के एक लड़के को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सुरेश ने फेसबुक पर वीनूप्रिया की फर्जी अश्लील तस्वीर पोस्ट की थी, जिसके बाद लड़की ने आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने बताया कि आरोपी सुरेश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. वह पावरलूम में काम करता था. आरोपी का कहना है कि उसने वीनू से कई बार बात करने की कोशिश की थी, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. जिसके बाद चिढ़कर उसने फेसबुक पर वीनू पर फर्जी अश्लील तस्वीर पोस्ट कर दी.
'कानून को सख्त बनाने की जरूरत'
सलेम की इस घटना ने एक बार फिर साइबर क्राइम पर नए सिरे से बहस छेड़ दी है. सवाल नियमन से आगे अब कानूनी कार्रवाई और कानून और सख्त बनाने की हो रही है. महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी का कहना है कि आम तौर पर पुलिस साइबर क्राइम के मामले में बहुत ही लापरवाही से काम करती है. हर थाने की पुलिस को इस ओर सर्तक करने की जरूरत है.
पढ़िए, मेनका गांधी से साइबर क्राइम पर बातचीत के मुख्य अंश-
सवाल- जिस तरह से महिलाओं के खिलाफ साइबर क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, सोशल मीडिया पर फेक पिक्चर्स डाली जा रही हैं, आपको लगता है कि कानून और मजबूत होने चाहिए?
मेनका गांधी- कानून को और मजबूत करना बहुत ही जरूरी है. पुलिस के जो सेल हैं, उन्हें इसे सख्ती से लागू करना चाहिए. साइबर क्राइम पर वह बहुत लापरवाही से काम करते हैं. हमने यह एक बार नही कई दफा बोला है. यह क्राइम केवल महिलाओं पर ही नहीं है. एक तो ट्रॉलिंग है, बहुत ही गाली भरा और जो चीजें बिक रही हैं अलग-अलग साइट्स पर वो टोटली इलिगल है. यह सब मैं साइबर क्राइम पर ही डालती हूं, जो उस महिला ने सुसाइड कमिट किया है, उसका एक फेक पिक्चर आया. ऐसी सौ-सौ शिकायतें हम को हर रोज आती हैं. खासकर छोटे शहरों से. लड़के तस्वीर लेते हैं फिर ब्लैकमेल करते हैं. इस पर तो हर पुलिस थाने को सतर्क होना चाहिए.
सवाल- लेकिन किस ढंग से कानून को मजबूत करने की जरूरत है. आगे बढ़ाने की जरूरत है?
मेनका गांधी- मालूम नहीं. हमको इस पर सोचकर होम मिनिस्ट्री के साथ सलाह लेनी होगी कि किस तरीके से कानून को इतना तगड़ा बनाया जाए कि लोग डरे.
सवाल- साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि कहीं ना कहीं कमी रह गई है कानून में, उसको रिवाइव करके और मजबूत करने की जरूरत है. मजबूत करने के लिए आप इस मुद्दे को होम मिनिस्ट्री से टेक अप करने वाली हैं?
मेनका गांधी- हां, मैं बिल्कुल टेक अप करूंगी.
सवाल- मेनका जी दो इंसिडेंट हुए हैं. पहली तो 21 साल वाली लड़की का फेक फोटो जिस दिन से वायरल हुआ और दूसरा 24 साल की लड़की की हत्या कर दी गई. आपने कहा था कि जो महिला पुलिस वालंटियर्स हैं, होम मिनिस्ट्री ने आप का प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया है. उससे क्या फर्क पड़ेगा?
मेनका गांधी- यह जो महिला पुलिस वालंटियर्स हैं. एक दफा लगना शुरू हो जाए जो इस साल से होगा एक लड़की हर गांव में होगी. वह हमारी आंख-कान होंगी, जो हमें बताएंगी कि दहेज में क्या हो रहा है. लड़की को स्कूल भेजा जा रहा है या नहीं. कोई मारपीट तो नहीं हो रही है. कोई औरत को तंग किया जा रहा है. उससे बहुत फायदा होगा. मध्य प्रदेश मैंने किया था. वहां शौर्य दल में उन्होंने एक नहीं 10 लोगों को डाला था. जहां-जहां शौर्य दल बना, क्राइम बहुत कम हो गया.