Advertisement

एक जल्लाद SHO की दिल दहला देने वाली दास्तान

दिल्ली के विजय विहार के एसएचओ रहे पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कुमार पर लगे इल्जाम जितने संगीन हैं, उनका किया-धरा कहीं उससे भी ज्यादा शर्मनाक. जी हां, क्या आप यकीन करेंगे कि वर्दी के नशे में चूर इंस्पेक्टर ने एक मुकदमे की तफ्तीश में सिर्फ पर्सनल इंटरेस्ट के चलते से ना सिर्फ तमाम कायदे कानूनों की धज्जियां उड़ा दी, बल्कि एक लड़की से बात करने की बुनियादी सलाहियत भी भूल गए.

पुलिस इंस्पेक्टर की तफ्तीश के बाद खुदकुशी पुलिस इंस्पेक्टर की तफ्तीश के बाद खुदकुशी
मुकेश कुमार/नितिन जैन
  • नई दिल्ली,
  • 09 मई 2016,
  • अपडेटेड 7:54 PM IST

दिल्ली के विजय विहार के एसएचओ रहे पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कुमार पर लगे इल्जाम जितने संगीन हैं, उनका किया-धरा कहीं उससे भी ज्यादा शर्मनाक. जी हां, क्या आप यकीन करेंगे कि वर्दी के नशे में चूर इंस्पेक्टर ने एक मुकदमे की तफ्तीश में सिर्फ पर्सनल इंटरेस्ट के चलते से ना सिर्फ तमाम कायदे कानूनों की धज्जियां उड़ा दी, बल्कि एक लड़की से बात करने की बुनियादी सलाहियत भी भूल गए. उसने थाने में बुला कर एक लड़की को ना सिर्फ बुरी तरह पीटा, बल्कि उससे आपत्तिजनक सवाल पूछे.

इतना ही नहीं सबकुछ अपने मोबाइल फोन पर शूट भी करते रहे. लेकिन एसएचओ साहब का ये काला सच शायद कभी बाहर नहीं आता, यदि इस गैर कानूनी और गैर इंसानी इंटैरोगेशन के बाद इस लड़की ने शर्म और अपमान के मारे खुदकुशी ना कर ली होती. लड़की ने इस इंटैरोगेशन के बाद अदालत की दहलीज पर जहर खाकर जान तो दी ही, सुसाइड नोट में एसएचओ साहब की करतूतों का पूरा कच्चा-चिट्ठा भी खोल गई. इसके बाद पूरे मामले से पर्दा हट गया. इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया.

एसएचओ- राखी बंधवाने के बाद तुम्हारे कितने बार रिलेशनशिप हुए इससे?
रेखा- चल ही रहे थे.

एसएचओ- लास्ट टाइम कब हुआ?
रेखा- याद नहीं.

एसएचओ- तुम्हारे अलावा और किसी औरत से है इसका? तुम्हारे घर में कौन-कौन आता है?
रेखा- कोई नहीं.

एसएचओ- क्या बच्चों को पता है कि तुम्हारे इनके बाप से अवैध संबंध हैं?
रेखा- हां.

एसएचओ- और हां, बच्चे इस रिश्ते को स्वीकार करते हैं?
रेखा- हां, डर के मारे नहीं बोलते.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement