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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को एनसीपी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री छगन भुजबल के भतीजे समीर को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही ईडी ने भुजबल समेत उनके परिवार के सदस्यों से जुड़ी 8 जगहों पर छापेमारी की.
ईडी अधिकारियों ने कहा कि भुजबल, बेटे पंकज, पूर्व सांसद और भतीजे समीर के अलावा कुछ अन्य की संपत्तियों और कार्यालयों सहित 8 परिसरों पर छापे मारे गए. उन्होंने कहा कि एजेंसी की मुंबई जोनल इकाई के 20 अधिकारियों का एक दल अभियान चला रहा है. समीर को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
एनसीपी ने कहा- ये है राजनीतिक बदला
वहीं, एनसीपी ने छापेमारी को ‘राजनीतिक बदला’ करार दिया. एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘यह बदले की राजनीति है. यह बीजेपी की मदद के लिए किया गया जिसके सांसद किरीत सोमैया ने पहले बयान दिया और फिर दो दिन बाद (ईडी ने) कार्रवाई की.’ उन्होंने कहा, ‘इससे साबित होता है कि बीजेपी योजना बनाती है और एजेंसियां उसे पूरा करती हैं. हमारी पार्टी को न्यायपालिका में पूरा भरोसा है.’
कोर्ट ने ED से मांगी थी रिपोर्ट
अधिकारियों ने कहा कि इस मामले के जांच अधिकारी मुंबई ईडी कार्यालय में समीर के बयान भी दर्ज कर रहे हैं. उन्हें कुछ समय पहले पूछताछ के लिए तलब किया गया था. एजेंसी की कार्रवाई से कुछ दिन पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने 28 जनवरी को भुजबल और उनके परिजनों के खिलाफ जांच पर महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और ईडी से चार हफ्तों में रिपोर्ट मांगी थी.
इन घोटालों में आया था नाम
एजेंसी ने दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन निर्माण घोटाले और कलीना भूमि हड़पने के मामले की जांच के लिए मनी लॉड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत भुजबल तथा अन्य के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं.