
समझौता एक्सप्रेस और मालेगांव धमाके के मुख्य आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने सेना का अपना दर्जा वापस करने की मांग की है. खुद को बेकसूर बताते हुए उन्होंने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को एक पत्र लिखकर इस सम्मान वापसी की गुहार लगाई है.
रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मांगी राहत
इंडिया टुडे को मिले कर्नल पुरोहित के पत्र की कॉपी के मुताबिक उन्होंने दावा किया है कि समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट केस में लश्कर ए तैयबा का हाथ होने की आशंका है. एनआईए की एक टीम इसकी जांच के लिए अमेरिका जा चुकी है. इसेक बावजूद उन्हें क्यों परेशान किया जा रहा है. इन मामलों में पुरोहित बिना जमानत के आठ सालों से जेल में बंद हैं.
पत्र में दिया अपने सैन्य कामों का हवाला
अपने पत्र में पुरोहित ने दावा किया है कि उन्होंने सेवा में रहते हुए इंडियन मुजाहिदीन और सिमी सहित कई आंतकी समूहों में पैठ बनाने में कामयाबी पाई थी. उन्होंने अपने सीनियर अफसरों को आतंकी समूहों की गतिविधियों की विस्तार से लिखकर जानकारी दी थी. पुरोहित ने कहा कि देश की सेवा के बदले उनसे सेना का रैंक, उनकी गरिमा और सम्मान छीन लिया गया है.
पुरोहित ने शिंदे को भी लिखा था पत्र
भारतीय सेना के इंटेलिजेंस सर्विस में अंडरकवर काम कर चुके कर्नल पुरोहित ने साल 2014 में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को नौ पन्नों का पत्र लिखकर बताया था कि उनके खिलाफ एनआईए ने मालेगांव बलास्ट मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं की है.