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Exclusive: रक्षामंत्री के वियतनाम दौरे पर भारत दे सकता है आकाश मिसाइल का ऑफर

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण मेक इन इंडिया मिशन के तहत लगातार इस बात पर जोर दे रही हैं कि एक बार भारतीय सेनाओं की जरूरतें पूरी हो जाएं तो हम तेजस लड़ाकू विमान का निर्यात कर सकते हैं. यहां तक कि आकाश मिसाइल प्रणाली और ब्रह्मोस को भी दूसरे देशों को बेचा जा सकता है.

आकाश मिसाइल (Getty Images) आकाश मिसाइल (Getty Images)
मंजीत नेगी
  • नई दिल्ली,
  • 20 मई 2018,
  • अपडेटेड 8:53 PM IST

जमीन से हवा में मार करने वाली भारत की आकाश मिसाइल दुनिया में ऊंची उड़ान भरने की तैयारी में है. सटीक मारक क्षमता के चलते विश्व के कई देश इस मिसाइल को खरीदना चाहते हैं. डीआरडीओ की बनाई आकाश मिसाइल दुश्मनों के लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ बैलिस्टिक मिसाइल को भी मार गिराने में सक्षम है.

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अगले महीने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की वियतनाम यात्रा के दौरान भारत आकाश मिसाइल का ऑफर दे सकता है. डीआरडीओ के अध्यक्ष एस क्रिस्टोफर के मुताबिक आकाश मिसाइल खरीदने को लेकर कई देशों से बातचीत चल रही है. उनकी ओर से ऑर्डर मिल सकता है. आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल को दूसरे देशों को बेचने से पूरे दक्षिण एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को भारत रोक सकता है.

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण मेक इन इंडिया मिशन के तहत लगातार इस बात पर जोर दे रही हैं कि एक बार भारतीय सेनाओं की जरूरतें पूरी हो जाएं तो हम तेजस लड़ाकू विमान का निर्यात कर सकते हैं. यहां तक कि आकाश मिसाइल प्रणाली और ब्रह्मोस को भी दूसरे देशों को बेचा जा सकता है.

आकाश की मारक क्षमता लगभग 25 किलोमीटर है और यह 55 किलोग्राम तक का गोला-बारूद अपने साथ ले जा सकती है. यह किसी भी मौसम में काम कर सकती है और मीडियम रेंज एयर टारगेट को निचले, मध्यम और ऊंचाई पर टारगेट कर सकता है. आकाश एस-1 मिसाइल में मेक इन इंडिया के तहत बनाए उपकरण लगाए गए हैं, जो दुश्मनों के फाइटर जेट और ड्रोन्स को ध्वस्त करने की बहुत ही सटीक और प्रभावी क्षमता से लैस हैं.

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