
छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले के आरोपी जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जौहरी के खिलाफ सोमवार को छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतरे. विरोध कर रहे विद्यार्थियों ने वसंतकुंज पुलिस स्टेशन के सामने नारेबाजी की और मार्च निकाला. ये छात्र पिछले तीन दिनों से इस मामले में विरोध कर रहे हैं.
इस मामले में विरोध करने वसंतकुंज पुलिस स्टेशन पहुंचीं जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शेहला राशिद ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि सेक्शुअल हरासमेंट के मामले में लेफ्ट या राइट कुछ नहीं होता है. उन्होंने कहा कि इस मामले में दो ही पक्ष हैं- राइट या रॉन्ग. उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन में मौजूद छात्र-छात्राएं किसी भी विचारधारा से हों, किसी भी पार्टी से हों, वे राइट हैं और जो कैंपस में मुंह छिपाकर बैठे हैं, वे रॉन्ग साइड में हैं.
शेहला ने कहा कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से भी दक्षिणपंथी महिलाओं और छात्राओं से अपील की है कि इस प्रदर्शन में साथ आएं. उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी को एकजुट होकर प्रदर्शन करना चाहिए.
शेहला ने कहा कि कैंपस के अंदर या बाहर जब भी यौन उत्पीड़न या रेप के मामले सामने आए, जेएनयू स्टूडेंट्स ने स्पष्ट मांग रखी कि इसके खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में आरोपी शिक्षक को सस्पेंड नहीं किया गया और न ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा, 'इस पूरे मामले में दो-तीन चीजों का घालमेल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अपराधी हर हाल में अपराधी होता है, चाहे वह विद्यार्थी हो या शिक्षक हो. अपराधी को उसके स्टेटस के हिसाब से नहीं देखना चाहिए.'
कन्हैया ने कहा, 'लोगों की अलग-अलग विचारधारा होती है. लोग अलग जाति, अलग धर्म के होते हैं. इन चीजों के हिसाब से अपराध का मूल्यांकन नहीं होना चाहिए. अपराधी को अपराधी के तौर पर देखा जाना चाहिए. हां, आरोप सिद्ध होने तक उसे आरोपी कहा जाना चाहिए.'
उन्होंने आगे कहा, 'असली मामला यह है कि ये छात्र सवाल क्यों उठा रहे हैं, यह किसी एक महिला का सवाल नहीं है. इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी होनी चाहिए .'
आपको बता दें कि जेएनयू में लाइफ साइंस पढ़ाने वाले अतुल जौहरी के खिलाफ कई छात्राओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है. इस सिलसिले में सोमवार को पीड़ित छात्राओं के बयान भी दर्ज हुए. जौहरी के खिलाफ एक्शन न होने पर छात्रों में रोष है. अब जेएनयू के 54 प्रोफेसरों ने भी जौहरी के खिलाफ सभी मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज करने की है.