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पूर्व बीजेपी नेता सुधींद्र कुलकर्णी पर काली स्याही पोते जाने का आरोप शिवसेना ने स्वीकार कर लिया. साथ ही इसे देशभक्ति से भी जोड़ दिया. शिवसेना के राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि यह स्याही नहीं, लोगों का खून है.
राउत ने राउत ने कहा कि 'ये लोग बुद्धिजीवी कसाब हैं. यह तो हल्की सी प्रतिक्रिया थी. शिवसैनिकों ने जो किया है वो देशभक्ति के लिए उनकी प्रतिक्रिया है. हम पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ प्रतिक्रिया दिखाएंगे तो पाकिस्तान में संदेश जाएगा. हमने किसी को आदेश नहीं दिया है. यह सब स्वाभाविक प्रतिक्रिया है.'
तब भी की थी ऐसी ही बातें
इससे पहले पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का शो रद्द होने के बाद भी पार्टी ने कहा था कि पाकिस्तान के गुप्त और कायराना हमलों में शहीद हुए भारतीय जवानों को शिवसेना ने श्रद्धांजलि दी है. हालांकि राउत ने कहा कि कुलकर्णी पर स्याही पोते जाने की घटना का शहीदों से कोई लेना-देना नहीं है.
क्या है मामला
कुलकर्णी पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की किताब नीदर ए हॉक नॉर ए डव का विमोचन करने वाले थे. शिवसेना ने यह कार्यक्रम रद्द करने की धमकी दी थी. लेकिन कुलकर्णी ने इस कार्यक्रम को रद्द करने से मना कर दिया था. इसके बाद सोमवार सुबह घर से निकलते वक्त कुछ लोगों ने उन्हें घेरकर चेहरे पर काली स्याही पोत दी. उन्होंने इसे बिना साफ किए ही प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की.
कसूरी ने भी दिए जवाब
कुलकर्णी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कसूरी ने किताब के विमोचन के बाद कहा कि न तो मैं करगिल युद्ध के दौरान मंत्री था और न ही 26/11 हमलों के दौरान. पाकिस्तान के लोग भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं. इस रिश्ते को मजबूत करना दोनों मुल्कों के हित में है.