
पंचायत आजतक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं नर्मदा यात्रा कर 104 विधानसभा क्षेत्रों तक गया. हर गांव और कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ताओं से मिला. मैं बुधनी में 11 दिन तक पैदल चला. अपनी यात्रा के अनुभव से कह सकता हूं कि बुधनी में मजबूत प्रत्याशी यदि आ गया तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव हार सकते हैं.
उन्होंने कहा कि कई पुराने लोग मुझसे मिले. वहां हर कोई जानता है कि केवल एक जीत गांव के लोग ही है जो खेती भी लेते हैं और रेत का अवैध खनन भी करते हैं और सारे लेनदेन भी वही करते हैं.
शिवराज पर जातिवाद का आरोप लगाते हुए दिग्विजय ने आगे कहा कि मैं जैत गांव भी गया था वहां के हालात बेहद बुरे हैं. केवल सीएम के परिवार और उनके लोगों के घरों में ही बिजली रहती है, बाकी दूसरे जाति के गांव हैं वहां बिजली नहीं मिलती है.
शिवराज का गृह क्षेत्र है बुधनी विधानसभा सीट...
बता दें कि मध्य प्रदेश की बुधनी विधानसभा सीट सीहिर जिले में आती है. यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह क्षेत्र है. बुधनी में करीब 40 फीसदी आदिवासी वोटर्स हैं. यह सीट 1957 में वजूद में आई. बुधनी में 15 चुनाव हुए हैं. इन 15 चुनाव में 6 बार बीजेपी को जीत मिली है तो 5 बार कांग्रेस को जीत मिली है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत 1998 में मिली थी.
2006 में बुधनी सीट से जीते थे शिवराज...
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2006 से यहां पर विधायक हैं. वहीं, 2003 से इस सीट पर बीजेपी जीतती आ रही है. 2013 के चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के महेंद्र सिंह चौहान को 84 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. शिवराज को चुनाव में 128730 वोट मिले थे. जबकि महेंद्र सिंह चौहान को 43925 वोट ही मिल पाए थे.
2008 के चुनाव में भी शिवराज सिंह चौहान ने जीत हासिल की थी. इस बार उन्होंने कांग्रेस के महेश सिंह राजपूत को हराया था. शिवराज सिंह चौहान को इस चुनाव में 75828 वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस के महेश सिंह राजपूत को 34303 वोट मिले थे. शिवराज सिंह चौहान ने इस चुनाव में 40 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी.