
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने पेट्रोलियम की बढ़ती कीमतों के मामले में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. कपिल सिब्बल ने कहा कि केंद्र सरकार कहती थी कि वह देश की जीडीपी में वृद्धि करेगी, लेकिन वास्तव में उनके जीडीपी का मतलब था-गैस, डीजल, पेट्रोल. इसीलिए उन्होंने गैस, डीजल और पेट्रोल का दाम बढ़ा दिया.
सिब्बल ने कहा, 'केंद्र सरकार फिलहाल एक लीटर ईंधन पर 48 रुपये का मुनाफा कमा रही है. इसका भार कौन वहन कर रहा है? वह आदमी जो मोटरसाइकिल से चलता है, जो अपने बच्चों को छोड़ने के लिए स्कूल जाता है. या वह किसान जो अपने खेतों के लिए डीजल का इस्तेमाल करता है. सरकार मुनाफा कमा रही है और किसान के जेब से पैसा जा रहा है.'
चाय के दाम तो न बढ़ाते
कपिल सिब्बल ने महंगाई पर पीएम पर निशाना साधते हुए कहा, 'दाल, सरसों तेल, आम आदमी की ज़रूरत की चीज़ों के दाम में बढ़ोतरी हुई है. चाय की क़ीमत बढ़ी, कम से कम पीएम को चाय के दाम नहीं बढ़ाने चाहिए था.
गौरतलब है कि दिल्ली में गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंडी हाउस से लेकर जंतर-मंतर तक मानव श्रखंला बनाकर कड़ा विरोध जताया. कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन में हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए थे, जिन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार को बढ़ी हुई टैक्स दरों का जिम्मेदार बताते हुए उनकी आलोचना की.
कांग्रेस पार्टी का दावा है कि मोदी और केजरीवाल सरकार टैक्स हटाती हैं तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 34 रुपए और डीजल की कीमत 32 रुपए हो जाएगी. इसी मांग को लेकर कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता मंडी हाउस से जंतर मंतर तक हाथों में हाथ लिए खड़े हुए और केंद्र और केजरीवाल से कर वापसी की मांग की. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.