
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के विश्वासमत हासिल करने के बाद अब कैबिनेट के बंटवारे पर नई जद्दोजहद शुरू हो गई है. राज्य की नवनिर्वाचित सरकार में किस पार्टी को कितनी हिस्सेदारी और किसे कौन सा मंत्री पद दिया जाएगा, इस पर चर्चा की जा रही है.
बहरहाल इसी सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, डीके शिवकुनमार सहित कांग्रेस के अन्य नेता बेंगलुरु से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. ये नेता दिल्ली पहुंच कर कांग्रेस आलाकमान से कैबिनेट विस्तार पर चर्चा करेंगे. शाम तक दिल्ली में इस विषय पर चर्चा किए जाने की संभावना हैै.
पहले इस तरह की खबरें आ रही थीं कि दोनों दल 30-30 महीने के लिए सरकार की कमान संभालेंगे, लेकिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया था. शपथ ग्रहण से पहले कुमारस्वामी ने उन खबरों को खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि उनकी पार्टी अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के साथ 30-30 माह के लिएसरकार का नेतृत्व करने के फार्मूले पर काम कर रही है. कुमारस्वामी ने कहा था, 'इस तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है.'
शुक्रवार को बहुमत परीक्षण में पास होने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा था कि राज्य में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन वाली सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी. उन्होंने कहा, ' हमलोग पांच साल के लिए स्थायी सरकार देंगे. हम जनता के लिए काम करेंगे. हम यहां अपना व्यक्तिगत हित साधने नहीं आये हैं.'