
हम अपने बचपन के दिनों में गांव-देहात में एक कहावत अक्सर सुना करते थे कि जूते में बाटा और स्टील में टाटा का कोई जोड़ नहीं है. तब इस बात को नहीं जानते थे कि टाटा स्टील हमारे देश की ही कम्पनी है और इस कम्पनी के संस्थापक सर दोराबजी टाटा थे. हमारे देश की तरक्की में उनकी अहम् भूमिका रही है. वे साल 1932 में 3 जून को ही दुनिया से रुखसत हुए थे.
1. उन्होंने बॉम्बे गजट अखबार में दो सालों तक बतौर पत्रकार काम भी किया था.
2. उन्हें साल 1907 में टाटा स्टील और 1911 में टाटा पावर की स्थापना का श्रेय जाता है.
3. 1910 में एडवर्ड VII ने सर की उपाधि से नवाजा था.
4. सर दोराबजी भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष थे और उन्होंने 1924 पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम को वित्तीय मदद भी दी थी.
सौजन्य: NEWSFLICKS