Advertisement

चीन: वुहान में फंसे 6 भारतीय, तेज बुखार के चलते आने से रोका गया

चीन के वुहान प्रांत से लौटे 220 भारतीयों को मानेसर स्थित आर्म्ड फोर्स सर्विसेज सेंटर में रखा गया है. बाकी 104 अन्य व्यक्तियों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस के दिल्ली स्थित कैंप में रखा गया है. इससे पहले चीन के वुहान प्रांत से इन सभी भारतीयों को एयर इंडिया के एक विशेष विमान से शनिवार सुबह दिल्ली लाया गया.

रोके गए यात्रियों को अब कई टेस्ट से गुजरना होगा (बीजिंग एयरपोर्ट पर सघन जांच-ANI) रोके गए यात्रियों को अब कई टेस्ट से गुजरना होगा (बीजिंग एयरपोर्ट पर सघन जांच-ANI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 10:40 PM IST

  • विशेष विमान से 324 भारतीय चीन से वापस लौटे
  • कोरोना वायरस से चीन में कुल 259 लोगों की मौत

कोरोना वायरस के खतरे के बीच चीन में रह रहे भारतीय छात्र और कुछ अन्य नागरिक शनिवार सुबह भारत वापस आ गए. एयर इंडिया के विशेष विमान से 324 भारतीय चीन से वापस लौटे हैं. इस बीच एक खबर यह आई है कि 6 भारतीयों को तेज बुखार होने के चलते वापस लौटने की इजाजत नहीं मिली है. ये लोग अभी भी वुहान में ही फंसे हुए हैं. वुहान कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है.

Advertisement

अधिकारियों ने बीजिंग में समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि छह भारतीय एयर इंडिया के विशेष उड़ान में नहीं जा सके क्योंकि उन्हें तेज बुखार है और इसका टेस्ट करने के बाद चीनी आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें भारत आने से रोक दिया. ये सभी चीन में पढ़ाई करने वाले छात्र हैं. इन सभी छह छात्रों को अब कई टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है कि क्या उन्हें कोरोना वायरस का इनफेक्शन है या नहीं.

सघन टेस्ट के बाद जा सकेंगे स्वदेश

बीजिंग छोड़ने से पहले भारतीय दूतावास ने भारतीयों को बताया था कि उड़ान से पहले उनका टेस्ट किया जाएगा और भारत पहुंचने के बाद 14 दिन उचित उपचार से गुजरना होगा. 211 छात्रों, 110 कामकाजी लोगों और वुहान से तीन नाबालिगों को लेकर एयर इंडिया का विशेष विमान शनिवार सुबह लगभग 7.30 बजे दिल्ली पहुंचा. इस बीच वुहान प्रांत के हुबेई में फंसे बाकी भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया का दूसरा विमान बीजिंग पहुंचा है.

Advertisement

दिल्ली: कोरोना वायरस के अलर्ट के बीच बीजिंग से सहारनपुर लौटा MBBS छात्र

चीन में 259 लोगों की मौत

चीनी अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कोरोना वायरस से अब तक 259 लोगों की मौत हो गई है और कुल 11,791 मरीजों का पता चला है. 21 जनवरी को इस वायरस की खबर मिली थी, जिसके बाद मरीजों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने अपनी डेली रिपोर्ट में कहा है कि शनिवार को 1795 मरीज गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. जबकि शुक्रवार तक 17988 संदिग्ध लोग कोरोना वायरस के शिकार बताए गए. अब तक कुल 243 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. शुक्रवार को 2102 नए मामले सामने आए. इसके अलावा 5,019 लोग संदिग्ध बताए जा रहे हैं और 46 लोगों की मौत हुई है.

आईटीबीपी ने किया खास इंतजाम

इधर भारत सरकार ने चीन से आने वाले सभी भारतीयों को दिल्ली के छावला और हरियाणा के मानेसर कैंप में ठहराने का इंतजाम किया है. समाचार एजेंसी आईएएनएस ने स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बताया, "चीन से लौटे इन सभी लोगों को कम से कम दो सप्ताह तक बाकी भारतीय नागरिकों से अलग रखने का फैसला किया गया है." भारत सरकार के इसी फैसले के तहत चीन से लौट रहे सभी भारतीयों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की बाहरी दिल्ली स्थित छावला की एक इमारत और हरियाणा के मानेसर में इंडियन आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विसेज के भवन में रखा गया है.

Advertisement

दिल्ली: Corona Virus: 324 भारतीयों को लेकर चीन से रवाना एअर इंडिया का विमान नई दिल्ली पहुंचा

वुहान में सबसे ज्यादा भारतीय छात्र

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "चीन के वुहान प्रांत से लौटे 220 भारतीयों को मानेसर स्थित आर्म्ड फोर्स सर्विसेज सेंटर में रखा गया है. बाकी 104 अन्य व्यक्तियों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस के दिल्ली स्थित कैंप में रखा गया है." इससे पहले चीन के वुहान प्रांत से इन सभी भारतीयों को एयर इंडिया के एक विशेष विमान से शनिवार सुबह दिल्ली लाया गया. कोरोना वायरस का सबसे अधिक संक्रमण चीन के वुहान प्रांत में फैला है. वुहान से कोरोना वायरस का यह संक्रमण अब चीन के 30 अलग-अलग राज्यों में फैल चुका है. वुहान ही चीन का वह राज्य है, जहां अधिकांश भारतीय छात्र और अन्य नागरिक फंसे हुए हैं. शनिवार को स्वदेश लौटे अधिकांश भारतीयों में सबसे ज्यादा संख्या छात्रों की ही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement