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कंपोजर्स के लगाए चक्कर, कई घंटे रहना पड़ा भूखा, यूं किया था सोनू निगम ने संघर्ष

सोनू निगम को गाने का शौक तो बचपन से ही था. वो अपने पिता संग गाना गाया करते थे. उनके परिवार का माहौल भी वैसा ही था. लेकिन क्योंकि सोनू निगम ज्यादा संपन्न परिवार से नहीं आते थे, इसलिए उन्हें अपनी पहचान बनाने के लिए काफी धक्के खाने पड़े.

सोनू निगम सोनू निगम
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 जून 2020,
  • अपडेटेड 8:24 AM IST

सिंगर सोनू निगम की सुरीली आवाज का हर कोई दीवाना है. उनकी आवाज में एक ऐसी मिठास है कि जो उन्हें सुनता है तो बस सुनता रह जाता है. सिंगर ने संदेशे आते हैं गाकर सभी को रुलाया तो कभी सूरज हुआ मद्धम गाकर प्यार करना सिखाया. सोनू ने अपनी सिंगिंग से वो नाम कमाया जो कम ही कलाकार कर पाते हैं. लेकिन जिस सोनू निगम को लोग आज बतौर बहेतरीन और बड़ा सिंगर जानते हैं, एक जमाने में उन्होंने इतना संघर्ष किया है, इतने धक्के खाए हैं कि उस बारे में सोचना भी मुश्किल है.

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ऐसा है सोनू निगम का संघर्ष

सोनू निगम को गाने का शौक तो बचपन से ही था. वो अपने पिता संग गाना गाया करते थे. उनके परिवार का माहौल भी वैसा ही था. लेकिन क्योंकि सोनू निगम ज्यादा संपन्न परिवार से नहीं आते थे, इसलिए उन्हें अपनी पहचान बनाने के लिए काफी धक्के खाने पड़े. खुद सोनू निगम ने कई मौकों पर अपने संघर्ष के बारे में बताया है. सोनू ने खुद कुछ साल पहले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अपने संघर्ष के दिनों को याद किया था. उन्होंने कहा था- मैं साल 1991 में अपने पिताजी के साथ मुंबई आया था. मैं कंपोजर्स के घर के बाहर घंटो खड़ा रहा करता था. कई बार तो ना खाना होता था और ना ही पानी.

सोनू निगम ने कुछ इंटरव्यू में यहां तक बताया है कि उन्हें कई बार मजाक का पात्र बनना पड़ता था. जब वो काम मांगने के लिए जाते थे, उन्हें या तो भगा दिया जाता था या फिर उनके अंदर अलग-अलग खामिया निकाली जाती थीं. खुद सोनू बताते हैं कि कुछ लोगों ने उन्हें कहा था कि उनकी आवाज में जरूरत से ज्यादा विविधता है, इसे कंट्रोल में करना पड़ेगा. लेकिन जब सोनू इसे अपनी मजबूत कड़ी बताया करते थे तो लोग नाराज होकर उन्हें भगा देते थे.

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इस फिल्म से मिली पहचान

सोनू निगम ने कई सालों तक ऐसे ही धक्के खाए थे. लेकिन फिर एक एलबम ने उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी. अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का सोनू की सुपरहिट एलबम मानी गई. उस एलबस की वजह से सोनू निगम की आवाज को पहचान मिलनी शुरू हुई. फिर सोनू निगम ने सारे गा मा पा में भी हिस्सा लिया था. उस शो से भी सोनू निगम को ज्यादा लोगों ने पहचाना और उन्हें आगे बढ़ाया. सोनू मानते हैं कि फिल्म बॉर्डर में संदेशे आते हैं उनका पहला बड़ा गाना था. उस गाने ने उन्हें उन ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. इसके बाद सोनू निगम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने शाहरुख की कई फिल्मों के लिए गाना गाया. उन्होंने कई अवॉर्ड भी अपने नाम किए.

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लेकिन इस सब के बावजूद इस समय सोनू निगम अलग ही विवाद में चल रहे हैं. उन्होंने म्यूजिक इंडस्ट्री को माफिया बता दिया है. उन्होंने टी सीरीज पर भी कई तरह के आरोप लगा दिए है. इसकी वजह से इस समय दिव्या खोसला कुमार और सोनू निगम के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल देखने को मिल रहा है.

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