
सोचिए कैसा महसूस होगा कि एक सुबह आप खुद को न्यूयॉर्क सिटी में गलीचे बेचते पाएं. अगली सुबह आपके स्क्रीन पर एक विज्ञापन पॉप अप हो जिसमें आपको कनाडा में इमिग्रेशन को प्रमोट करते दिखाया जाए? फिर अगले दिन आपके किसी दोस्त का फोन आए कि उसने आपको किसी बीच पर दांतों के चेकअप के लिए न्योता देते देखा है. या फिर कोई रिश्तेदार कहे कि आपने कभी फ्रेंच डेटिंग वेबसाइट का इस्तेमाल किया है? ये सब पढ़ना हैरान करने वाला है. लेकिन ये बुरा सपना किसी के लिए भी सच साबित हो सकता है.
शबनम खान इसी सब से गुजर रही हैं. शबनम दक्षिण अफ्रीकी लेखिका और कलाकार हैं जो डरबन शहर में रहती हैं. लेकिन शबनम को छह साल पहले जिंदगी का सबसे बड़ा झटका लगा जब कनाडा में रहने वाले उनके एक दोस्त ने उनकी एक तस्वीर को फेसबुक वॉल पर अपलोड की. दोस्त ने ये तस्वीर एक स्थानीय अखबार में छपे विज्ञापन से ली थी जिसमें इमिग्रेशन को प्रमोट किया जा रहा था. शबनम को तभी से अजब अजब अनुभव हो रहे हैं. शबनम ने ट्विटर पर इन अनुभवों को साझा किया है.
शबनम हैरान थीं कि कनाडा में स्थानीय अखबार के लिए इमिग्रेशन को प्रमोट करने वाले विज्ञापन में उनकी तस्वीर कैसे आ गई? इस पर उनकी एक दोस्त ने याद दिलाया कि बहुत साल पहले यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान उन्होंने एक फ्री फोटोशूट में हिस्सा लिया था. तब शबनम ने अनजाने में फोटोग्राफर को अपने पोट्रेट बनाने के बदले अपनी तस्वीरों को स्टॉक फोटो के तौर कमर्शियल इस्तेमाल की इजाजत दे दी थी.
शबनम उस वक्त की अपनी नादानी को लेकर अब पछताती हैं. शबनम ने फोटोग्राफर से संपर्क किया तो उसने पुष्टि की कि उनकी फोटो को कई विज्ञापनदाताओं के लिए स्टॉक फोटो के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है क्योंकि उन्होंने इस तरह की डील पर दस्तखत किए थे.
हैरान परेशान शबनम ने रिवर्स सर्च टूल्स के जरिए अपनी तस्वीरों को सर्च करना शुरू किया. शबनम देख कर अचंभित थीं कि उनकी तस्वीरों को पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जाता रहा है. विज्ञापनदाता अमेरिका से चीन तक, कंबोडिया से कनाडा, उरुग्वे से भारत, फ्रांस से दक्षिण कोरिया सभी जगह तरह तरह के उत्पादों के लिए शबनम की तस्वीरों का इस्तेमाल करते रहे.
शबनम ने पाया कि गलीचों से लेकर बुढ़ापा दूर रखने वाली क्रीम को तक को बेचने के लिए विज्ञापनों में उनका चेहरा दिखता रहा. यहीं नहीं कनाडा और उरुग्वे में इमिग्रेशन को प्रमोट करना, कंबोडिया में ट्रैकिंग के लिए हिदायतें देना, एजुकेशन साइट्स पर बच्चों को पढ़ाना और फ्रेंच डेटिंग साइट्स पर साथी की तलाश करना, हर जगह उनकी तस्वीरें मौजूद रहीं.
शबनम ने पाया कि कई विज्ञापनदाताओं ने अनैतिक तौर पर उनकी पहचान, जातीयता और नाम को ही बदल बदल कर इस्तेमाल किया. फोटोग्राफर ने शबनम के पूछे जाने पर बताया कि उसने जिस डील पर दस्तखत किए थे उसमें पहचान से छेड़छाड़ और झूठे नाम इस्तेमाल करने का अधिकार भी दिया था.
दुनिया भर के विज्ञापनों में शबनम की तस्वीरें इस्तेमाल किए जाने के बावजूद उन्हें एक पैसे का लाभ नहीं हुआ. शबनम को आर्थिक तौर पर कोई मलाल नहीं लेकिन विज्ञापनदाताओं की बेईमानी और अनैतिकता ने बहुत आहत किया. हाल में शबनम ने फोटोग्राफर को फोन कर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी. इस पर फोटोग्राफर ने कहा सब कुछ कानूनी तरीके से किया गया था और उन्हें सारी शर्तों के बारे में बता दिया गया था.
हालांकि फोटोग्राफर ने अपनी साइट से सारे विज्ञापन हटाने पर सहमति जताई लेकिन कई उसके कई ग्राहकों ने ये तस्वीरें खरीद रखी हैं और उनके विज्ञापनों से शबनम की तस्वीरें अब भी पॉप अप होती रहती हैं.
अभी तक शबनम इस सब को हल्के में लेती रही थीं. कई लोग शबनम से कहते थे उनका चेहरा विज्ञापनों में देखा है तो वो बस मुस्कुरा कर रह जाती थीं. लेकिन अब शबनम ने स्थिति की गंभीरता को समझा कि कैसे लोग अपने स्वार्थ और लाभ के लिए उनकी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं. ऐसे में औरों को सचेत करने के लिए शबनम ने सोशल मीडिया पर आपबीती साझा करने का फैसला किया. शबनम का कहना है कि जाने-अनजाने में ऐसी किसी भी डील को लेकर सब सजग रहें और सब कुछ अच्छी तरह जानने के बाद ही कोई फैसला लें.
छात्र होने के दौरान कच्ची उम्र में कराया गया कोई फोटो शूट कितना भारी पड़ेगा, इसका अहसास शबनम को अब हुआ. तब फोटोशूट की उत्सुकता और जल्दबाजी में फॉर्म पर दस्तखत करने से पहले उस पर लिखी शर्तों को ठीक से ना पढ़ने का शबनम को अब भारी अफसोस है. शबनम ने ऐसी डील पर दस्तखत कर दिए थे जिससे पूरी दुनिया को उसकी तस्वीर और पहचान को अपने स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करने का अधिकार मिल गया.