
रामपुर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन उग्र होने के बाद तोड़फोड़ करने वाले प्रदर्शनकारियों की पहचान हो गई है. पुलिस का दावा है कि 150 प्रदर्शनकारी जो हिंसा में शामिल थे उनमें एक समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान का एक करीबी सहयोगी भी शामिल था.
पुलिस के आकलन के मुताबिक हिंसा की वजह से कुल 15 लाख रुपये का घाटा हुआ है. इस हिंसा में जो भी शामिल हैं, उनकी संपत्तियों से ही भरपाई की जाएगी. हालांकि शनिवार को हिंसा भड़कने के बाद एक 22 वर्षीय युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी.
संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया जारी
पुलिस ने मंगलवार को कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के एक करीबी सहयोगी उन 150 से अधिक लोगों में शामिल है जिन्होंने पिछले हफ्ते नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल थे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि हमने अब तक 15 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान का आकलन किया है.
उन्होंने आगे कहा कि अब तक पहचाने गए लोगों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया चल रही है. रामपुर पुलिस के एसपी अजय पाल शर्मा ने कहा कि अब तक सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए 150 से अधिक लोगों की पहचान की गई है. परवेज नाम का ड्राइवर और पूर्व राज्य मंत्री आजम खान के करीबी सहयोगी पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे फोटो और वीडियो फुटेज में भी दिखाई दे रहा है.
रामपुर में 33 लोग गिरफ्तार
अधिकारियों के अनुसार, हिंसा के दौरान शनिवार को एक 22 वर्षीय व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई. साथ ही कई स्थानीय लोग और पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. हिंसा में एक पुलिस मोटरसाइकिल सहित छह वाहनों को आग लगा दी गई. पुलिस ने कहा कि हिंसा के सिलसिले में अब तक रामपुर में 33 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तोड़-फोड़ और हिंसा की गई, जिसमें कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई.