
समाजवादी पार्टी ने अवैध निर्माण के आरोपों से घिर विधायक रामपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से बर्खास्त कर दिया है.
सीतापुर के विधायक रामपाल यादव की लखनऊ के जिया मऊ में अवैध बिल्डिंग बन रही थी. हाई कोर्ट ने बिल्डिंग के अवैध निर्माण को रोकने का आदेश दिया था, लेकिन सत्ता के नशे में चूर विधायक थे की मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे थे.
इसी बीच जब गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण उनके अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंचे तो विधायक और उनके समर्थक अधिकारियों और पुलिस कर्मी से ही भिड़ गए.
विधायक को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा
कानून के शिकंजे में आए विधायक रामपाल यादव को एक तरफ तो कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया, तो वहीं सीएम अखिलेश यादव ने आरोपी विधायक को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया.
चुनाव से पहले सीएम ने दिया संदेश
हमेशा लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे का दर्द झेलने वाली सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक जब उनके विधायक की सरेआम हुई गुंडई की खबर पहुंची, तो शायद उन्होंने भी रामपाल के जरिए बाकियो को सन्देश देने की ठान ली और यही कारण रहा की पुलिस भी हरकत में आई और विधायक को खींच कर पुलिस जीप में लादकर थाने ले गई. जिसके बाद विधायक रामपाल को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
सीतापुर में भी गिराया गया अवैध निर्माण
एक्शन में दिखे अखिलेश ने विधायक पर जरा भी रहम नहीं खाया और कानूनी प्रक्रिया जारी रही. यही कारण रहा कि लखनऊ के बाद विधायक के सीतापुर में बने स्पर्श होटल को भी गिरा दिया गया.