
तमिलनाडु में जंगल में ट्रैकिंग के लिए गया एक ग्रुप आग में फंस गया. बताया जा रहा कि जिस समय ग्रुप के लोग जंगल में ट्रैकिंग कर रहे थे, तभी जंगल में आग लग गई जो कुछ ही देर में फैल गई. चेन्नई ट्रैकिंग क्लब की ओर से आए इस ग्रुप में कुल 37 लोग शामिल थे. रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने ट्वीट कर बताया कि सभी को वायु सेना रेस्क्यू कर रही है. 10 से 15 लोगों को बचा लिया गया है.
यह हादसा थेणी जिले के कुरंगानी के पास एक टॉप स्टेशन पर हुआ. ट्रैकिंग के लिए जंगल में गया ग्रुप जब आग में घिर गया तो एक युवती ने अपने पिता को इसकी जानकारी दी. सूचना मिलने पर जिला प्रशासन हरकत में आया. फौरन वन विभाग की टीम मौके पर रवाना हुई.
इसके बाद मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने लोगों को बचाने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से संपर्क किया था. सीतारमन ने कई ट्वीट कर बताया कि कोयंबटूर के पास वायुसेना के सुलुर अड्डे से दो हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में सहायता पहुंचाने के लिए भेजे जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कुरांगनी में ग्रुप के जंगल में आग में फंसे होने के मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के अनुरोध पर हमने वायुसेना को बचाव में मदद का निर्देश दिया है. दक्षिणी कमांड मामले को लेकर थेणी के कलेक्टर के सम्पर्क में बने हुए हैं.
शाम करीब सात बजे सीतारमण ने ट्वीट किया कि उनकी थेनी के जिलाधिकारी से बात हुई है और उन्होंने बताया कि 10-15 बच्चे पहाड़ से नीचे आ रहे हैं. उन्होंने जिलाधिकारी के हवाले से बताया कि एक मेडिकल टीम भी मौके पर भेजी गई है. पास के चाय बागान के कर्मचारी भी बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं.
रेस्क्यू किए गए कुछ स्टूडेंट्स को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने अस्पताल पहुंच कर स्टूडेंट से मुलाकात की.
जिला कलेक्टर के मुताबिक कुल 37 लोग ट्रैकिंग पर गए थे. इनमें 13 इरोड और थिरुप्पुर से हैं और 24 लोग चेन्नई के हैं. इनमें 26 महिला, 8 पुरुष और 3 बच्चे हैं. ये सभी लोग चेन्नई ट्रैकिंग क्लब की ओर से यहां आए थे. इनमें 15 लोग झुलस गए हैं.
यहां अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय जनजातियों और अग्नि एवं बचाव सेवा एवं वनकर्मियों ने 12 लोगों को बचाया है. बाकी स्टूडेंट्स को बचाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. पुलिस के अनुसार कोयंबटूर और इरोड के ट्रैकर्स कुरांगई-कोझुकु पहाड़ी क्षेत्र में प्रशिक्षण ले रहे थे. उसी दौरान अचानक आग लग गई.