Advertisement

ममता बनर्जी को राहत, SC ने CM पद से हटाने की याचिका को सुनने से किया इनकार

केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोलने वाली और सीएए-एनआरसी की मुखर आलोचक पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कोर्ट ने उस याचिका को सुनने से इनकार कर दिया जिसमें ममता को पद से हटाने की बात कही गई थी.

पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल-PTI) पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल-PTI)
संजय शर्मा/अनीषा माथुर
  • नई दिल्ली,
  • 31 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:55 PM IST

  • सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट जाने को कहा
  • ममता ने कही थी जनमत संग्रह की बात
  • सीएए का लगातार विरोध कर रहीं ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है. सीएम ममता बनर्जी को पद से हटाने के लिए राज्‍यपाल जगदीप धनखड़ को निर्देश देने की मांग वाली याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया है. याचिकाकर्ता को हाई कोर्ट जाने के लिए कहा गया है.

Advertisement

दरसअल, पिछले साल दिसंबर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर संयुक्‍त राष्‍ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराने की मांग की थी.

याचिका में ममता बनर्जी की इसी मांग का विरोध करते हुए उन्‍हें मुख्‍यमंत्री पद से हटाने की मांग की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि हम इनकार नहीं कर रहे कि यह महत्वपूर्ण नहीं है. इस मसले पर आप हाई कोर्ट जाइए.

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ तमिलनाडु की सामाजिक संस्था इंडियन मक्कल मन्द्रम के अध्यक्ष वराक्की की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया कि ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ UN की निगरानी में जनमत परीक्षण की मांग की है. संविधान की शपथ लेकर उसके खिलाफ बात करने वाला सीएम पद के अयोग्य है.

Advertisement

नागरिकता साबित करने की क्यों जरूरतः ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले साल 19 दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस पार्टी की एक रैली में कहा था कि आजादी के कई वर्षों के बाद हमें नागरिकता साबित करने की क्यों जरूरत है. अपने संबोधन के दौरान ममता बनर्जी ने यह भी मांग की थी कि नागिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी पर जनमत संग्रह कराया जाए. इसे संयुक्त राष्ट्र मॉनिटर करे.

इसे भी पढ़ें---- ममता की मांग- NRC और CAA पर हो जनमत संग्रह, UN करे निगरानी

ममता बनर्जी ने कहा कि जनमत संग्रह के बाद देखते हैं कि कौन जीतता है. केंद्र की मोदी सरकार को चुनौती देते हुए ममता बनर्जी ने आगे कहा कि अगर तुम हारते हो तो तुम्हें इस्तीफा देकर जाना होगा. ममता ने कहा, 'मैं तुमको चुनौती देती हूं कि देश को फेसबुक और सांप्रदायिक दंगों का इस्तेमाल कर विभाजित करने की कोशिश मत करो.'

इसे भी पढ़ें---- What is Referendum: ममता बनर्जी की CAA पर जनमत संग्रह की मांग कितनी जायज?

ममता बनर्जी ने यह भी कहा, 'अगर अफगानिस्तान भारत का भाई है तो श्रीलंका क्यों नहीं है. मैं जनता से अपील करती हूं कि लोग सड़कों पर उतरें. घर में न बैठें, राजनीतिक विचारधारा भूलकर सड़कों पर उतरें.'

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement