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तेवतिया पर हुए हमले में हो सकता है दीवान गैंग का हाथ!

यूपी के गाजियाबाद के मोदीनगर में अज्ञात हमलावरों के गोलियों के शिकार बने बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया की हालत गंभीर बनी हुई है. उन पर हुए हमले में सुरेश दीवान गैंग का नाम सामने आ रहा है.

बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया की हालत स्थिर बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया की हालत स्थिर
मुकेश कुमार/तनसीम हैदर
  • गाजियाबाद,
  • 12 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

यूपी के गाजियाबाद के मोदीनगर में अज्ञात हमलावरों के गोलियों के शिकार बने बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया की हालत गंभीर बनी हुई है. उन पर हुए हमले में सुरेश दीवान गैंग का नाम सामने आ रहा है. इन दोनों के बीच कई बार गोली बारी हो चुकी है. इस पहले भी ब्रजपाल पर हमला हुआ था, जिसमें पांच लोग मारे गए थे. सुरेश दीवान का 99 के दशक में मर्डर हो गया था. उसके ही दो रिश्तेदार मनोज और सौरभ इस समय पुलिस की गिरफ्त में हैं.

जानकारी के मुताबिक, गृहमंत्री राजनाथ सिंह के करीबी बीजेपी नेता ब्रजपाल तेवतिया अपने गनर इन्द्रपाल और अन्य लोगों के साथ में मुरादनगर के रावली रोड़ पर गुरुवार को कहीं जा रहे थे. रास्ते में फॉर्च्यूनर कार सवार बदमाशों ने उनकी कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इस दौरान AK-47 सहित कई आधुनिक हथियारों से करीब 50-60 राउंड गोलियां चलाई गई. वारदात को अंजाम देने के बाद में बदमाश मौके से फरार हो गए, लेकिन कार को मोदी नगर छोड़कर गए.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेता पर हमला करने वाले बदमाशों ने पूरी रैकी के बाद वारदात को अंजाम दिया. गुरुवार को तेवतिया बीजेपी के विशाल प्रदर्शन में मौजूद थे. बदमाशों को पूरा अंदाजा था कि वो कहां और किस काम से जा रहे थे. वह गाजियाबाद के मुरादनगर विधानसभा से 2012 में चुनाव लड़ चुके हैं. इस बार भी मुरादनगर विधानसभा के लिए दावेदारी जताई जा रही थी. इसी के चलते वह अपने क्षेत्र में लोगों के साथ बैठक करने के लिए गए हुए थे.

इस घटना के बाद मुरादनगर और आसपास के इलाके को सील कर दिया गया है. एसआरएम यूनिवर्सिटी के पास में बदमाशों की लोकेशन ट्रेस की गई है. पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लेने के साथ ही आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के दावा किया है. इस मामले में राजनगर में एक प्लॉट को लेकर रंजिश का मामला सामने आ रहा है. हमले में महरौली निवासी मनोज का नाम सामने आ रहा है. वह ब्रजपाल के गांव महरौली का ही रहने वाला है.

सीएम के कड़े रुख पर हरकत में पुलिस
एसएसपी एस अमानुल ने बताया कि मनोज कुमार और शेखर चौधरी को शक के दायरे में लेकर दोनों के घर दबिश दी, लेकिन दोनों पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके. पुलिस को मौके से एक रायफल दो 9 एमएम की पिस्टल सहित भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गंभीर रूख इख्तयार करते हुए डीजीपी को जांच के सख्त निर्देश दिए हैं. डीजीपी के निर्देश पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी गुरुवार रात में ही गाजियाबाद पहुंच गए.

रेकी के बाद दिया पूरे वारदात को अंजाम
दलजीत चौधरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आपसी रंजिश का मामला मालूम हो रहा है. पुलिस सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है. आरोपी शिघ्र ही पुलिस के शिंकजे में होंगे. इस घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सारे इलाके को सील कर दिया है. वारदात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीजेपी नेता की स्कॉर्पियो की खिड़की पर 28 गोलियां और बोनट पर दर्जन से ज्यादा गोलियां लगी हुई थी. बदमाशों ने पूरी रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया.

कुख्यात बदमाश की पत्नी बनी मुखबीर
पुलिस ने बदमाशों द्वारा वारदात में इस्तेमाल UK 08M66 नंबर की फॉर्च्यूनर कार बरामद कर ली है. इसका नंबर फर्जी बताया जा रहा है. पुलिस ने बागपत में तैनात एक महिला कांस्टेबल सहित करीब 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. महिला कांस्टेबल सुनीता कुख्यात राकेश हसनपुरिया की पत्नी है, जिसका एनकाउंटर हुआ था. सुनीता ने बताया कि उसे पूरी प्लानिंग की जानकारी नही थी, लेकिन वो ब्रजपाल तेवतिया से बदला लेना चाहती थी.

तेवतिया से लेना चाहती थी बदला
उसका कहना है कि तेवतिया की वजह से ही उसके पति राकेश हसनपुरिया की 2003 में एनकाउंटर में मौत हो गई थी. इसके अलावा शेखर चौधरी और मनोज फौजी को भी हिरासत में लिया गया है. शेखर रजापुर और मनोज महरौली का रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया गया. तेवतिया महरौली गांव के रहने वाले हैं. उनकी वहां रंजिश चल रही थी. पुरानी रंजिश में हमला किया गया है. पुलिस हर बिंदु को ध्यान में रखकर जांच कर रही है.

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