
उरी आतंकी हमले और पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सरहद पर जो हालात है उसने जोधपुर के एक परिवार के दिल की धड़कनें बढ़ा रखी है. दरअसल इस परिवार के लड़के की दुल्हन को कराची से आना है. शादी की तारीख 7 नवंबर को तय है. इसी शादी के लिए कराची से दुल्हन पक्ष के 15 लोगों के भारत आने का कार्यक्रम है. इस मकसद से वीजा के लिए करीब तीन महीने पहले ही पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास में आवेदन कर दिया गया था. आम तौर पर डेढ़-दो माह में वीजा मिल जाता है. लेकिन इस परिवार को अभी तक वीजा नहीं मिला है.
सुषमा ने ट्वीट किया- चिंता न करे
जोधपुर के इस परिवार की दिक्कत का विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पता चला तो उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आप चिंता न करें, वीजा हम दिला देंगे. सुषमा के इस आश्वासन के बाद जोधपुर के इस परिवार की सांस में सांस आई है. सुषमा के इस ट्वीट की
जानकारी दुल्हन पक्ष को कराची में मिली तो उन्होंने वहां स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क किया. वाणिज्य दूतावास के एक अधिकारी ने उन्हें बताया कि अगले दो तीन में उन्हें वीजा जारी कर दिया जाएगा. ये सुनने के बाद दोनों परिवारों में खुशी
का माहौल है. उम्मीद है कि दुल्हन अपने मायके वालों के साथ वक्त से भारत पहुंच जाएगी, जिससे शादी की सभी रस्मों को अच्छी तरह निभाया जा सके.
दोनों देशों के तल्ख रिश्ते बन रहे रोड़ा
बताया जा रहा है कि इस वक्त दोनों देशों के बीच जिस तरह तल्खी का माहौल है उसमें वीजा जैसी प्रक्रिया में बहुत सावधानी बरती जा रही है. सब कुछ भली भांति चेक करने के बाद ही वीजा इश्यू किए जा रहे हैं. जोधपुर के ऑटो पार्ट्स व्यवसायी कन्हैया
लाल टेवानी के बेटे नरेश का रिश्ता कराची में रहने वाले डॉक्टर गिरधारी बचानी की बेटी प्रिया के साथ हुआ. बता दें कि कराची समेत सिंध प्रांत में में सिंधी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. इस समुदाय के लड़के-लड़कियों के सरहद के दोनों तरफ
रिश्ते होना आम बात है. सिंधी समाज के रिवाज के मुताबिक दुल्हन शादी से एक महीने पहले ही ससुराल आ जाती है और फिर मांगलिक कार्य संपन्न कराए जाते हैं.
सुषमा पर नरेश को भरोसा
सुषमा स्वराज के दखल दिए जाने के बाद जल्दी वीजा मिलने की उम्मीद के बाद से दूल्हे नरेश का चेहरा खिल गया है. लेकिन नरेश का साथ ही कहना है कि जब तक वीजा दुल्हन के हाथ में नहीं आ जाता, तब तक खटका बना रहेगा. वहीं नरेश के पिता
कन्हैया लाल टेवानी का कहना है कि शादी की सभी तैयारियों को अंजाम दिया जा चुका है. कुछ रस्में शुरू होने के साथ शादी के कार्ड भी छप चुके हैं. अब ऐसे में शादी को स्थगित करना संभव नहीं है. टेवानी परिवार को बेसब्री से इंतजार है कि कब दुल्हन
और उसके रिश्तेदार जोधपुर पहुंचे और शादी की खुशियां सही ढंग से मनानी शुरू की जाएं.