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कश्मीर को भारत प्रशासित बताने पर MEA की सफाई, ये हमारे ही पक्ष में

विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर कहने से हमारी मजबूती और भी अधिक हो जाती है, कि सैयद सलाहुद्दीन क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद में शामिल है और भारत के खिलाफ इसे फैलाता है.

सलाहुद्दीन मुद्दे पर उठे थे सवाल सलाहुद्दीन मुद्दे पर उठे थे सवाल
बालकृष्ण
  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2017,
  • अपडेटेड 11:55 AM IST

अमेरिका के द्वारा हिज्बुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को आतंकी घोषित कर दिया गया है. लेकिन कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया था कि अमेरिकी सरकार ने ये आदेश जारी करते हुए कश्मीर को भारत प्रशासित कश्मीर करार दिया था. कांग्रेस का आरोप था कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, हमने कोई कब्जा नहीं किया है. अब इस पर विदेश मंत्रालय का भी बयान आया है.

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विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर कहने से हमारी मजबूती और भी अधिक हो जाती है, कि सैयद सलाहुद्दीन क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद में शामिल है और भारत के खिलाफ इसे फैलाता है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2010-2013 के बीच में क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद में तेजी आई है, इस बात की पुष्टि उनकी खुद की रिपोर्ट करती है.

भारत लगातार कहता रहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, वहीं सैयद सलाहुद्दीन को आतंकी घोषित करने के फैसले का हम स्वागत करते हैं. गौरतलब है कि पीएम मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे से दूसरे दिन राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी. इस मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने पाक की सरपरस्ती में पल रहे आतंकी सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया.

इसके बाद हिज्बुल की ओर से एक ट्वीट किया गया जिसे उसके खेमे में मची खलबली के रूप में देखा जा रहा है. इस ट्वीट में हिज्बुल ने लिखा है कि अमेरिका ने भारत की खुश करने की अपनी नीति का एक और सबूत दिया है. ट्रंप ने नरेंद्र मोदी को लॉलीपॉप थमा दिया है. हिज्बुल के इस ट्वीट से साफ है कि वो सलाहुद्दीन को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने से परेशान है.

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