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एक्ट्रेस को संडे की छुट्टी दे देनी चाहिए: तब्बू

बेहतरीन अदाकारा तब्बू फिल्म 'हैदर' और 'दृश्यम' के बाद अब 'फितूर' में अपनी अदायगी से दर्शकों को एंटरटेन करने वाली हैं. 12 फरवरी को रिलीज होने जा रही फिल्म 'फितूर' और अपने वाले कई प्रोजैक्ट्स के बारे में तब्बू ने शेयर कीं कुछ खास बातें.

पूजा बजाज/आर जे आलोक
  • मुंबई,
  • 09 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 1:36 PM IST

फिल्म 'हैदर' और 'दृश्यम' के जरिए एक बार फिर बॉलीवुड फैन्स के दिलों में जग‍ह बनाने वाली बेहतरीन कलाकार तब्बू अब अपनी अदायगी की अगली किश्त के लिए तैयार हैं. तब्बू जल्द फिल्म 'फितूर' में अहम किरदार में नजर आएंगी. इस फिल्म से जुड़े कई सवालों के जवाब देते हुए तब्बू ने अपनी जिंदगी के बारे में भी कई शानदार बातें शेयर कीं.

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फिल्म के ट्रेलर में आपके बेगम के किरदार को काफी सराहा जा रहा है?
शुक्रिया, फिल्म रिलीज के बाद भी ऐसे ही कमेंट मिलें तो और भी अच्छा लगेगा.

कैसा किरदार है बेगम हजरत का?
थोड़ा क्रेजी किस्म का है. दरअसल मेरे किरदार बेगम के साथ जिंदगी में एक बहुत ही बड़ा विश्वासघात हुआ है, जिसकी वजह से वो अभी भी उसी वक्त पर रुक गई हैं इसलिए उसकी जिंदगी आगे नहीं बढ़ी. जज्बात वहीं पर रुके हुए हैं. इन सबका असर उसकी बेटी की जिंदगी पर पड़ता है.

कटरीना की मां का किरदार करना कैसा रहा?
हमने मैनेज कर लिया, कटरीना बहुत ही स्वीट हैं. यह किरदार मेरे लिए चैलेंज भी था लेकिन डायरेक्टर अभिषेक ने काफी मेहनत की और आखि‍रकार हो गया.

आपने रेखा जी को रिप्लेस किया और बहुत ही कम दिनों के भीतर आप इस फिल्म का हिस्सा बनी, तैयारी का भी वक्त नहीं मिल पाया होगा?
मेरे पास सिर्फ 2 दिन थे, और वो 2 दिन सिर्फ बाल कलर करने में लग गए क्योंकि गट्टू (अभिषेक कपूर) को एक खास तरह का बाल चाहिए था, फिर मेरी हेयर और मेक अप टीम ने संभाला, किसी तरह से मैनेज कर लिया, तैयारी का समय तो बिल्कुल नहीं मिल पाया था. मैंने बस गट्टू के हिसाब से कर लिया.

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फिल्म में तो काफी गुस्से में दिखाई दे रही हैं आप, असल जिंदगी में भी आपको गुस्सा आता है?
बिल्कुल आता है, इंसान हैं तो गुस्सा आना स्वाभाविक है. गलत चीजों पर तो गुस्सा आना ही चाहिए. हर चीज पर मैं रिएक्ट नहीं करती, सोच समझकर ही जवाब देती हूं.

किन सवालों पर आपको गुस्सा आता है?
आप इतनी कम फिल्में क्यों करती हैं? फिल्मों में इतना बड़ा गैप क्यों रखती हैं? फिल्मों के बीच में क्या करती हैं? आप पार्टीज में क्यों नहीं जाती? मुझे इन सवालों का जवाब देना अजीब लगता है.

'फितूर' के बाद आपके अगले प्रोजैक्ट्स क्या हैं?
मनोज बाजपेयी के साथ एक फिल्म आएगी. उसके बाद अभी कुछ भी साईन नहीं किया है.

अवॉर्ड्स जरूरी हैं?
अवॉर्ड्स से ज्यादा फिल्म का चलना जरूरी होता है. अब तो बहुत सारे अवॉर्ड्स होने लगे हैं. मैं अवॉर्ड्स को ध्यान में रखकर कभी भी फिल्म नहीं करती.

आपने 'साजन चले ससुराल' और 'बीवी नंबर 1' में कॉमेडी रोल भी किय, हैं, अब कॉमेडी कब करेंगी?
मैं भी कॉमेडी फिल्म करना चाहती हूं, मुझे भी ऐसे ही किसी डायरेक्टर का इन्तजार है जो कुछ इस तरह के रोल ऑफर करे.

क्या एक्टर्स ए‍क ही इमेज में बंधकर रह जाते हैं?
हां, ऐसा होता है, मैंने कई कॉमेडी फिल्में की हैं, लेकिन फिर भी गंभीर काम ज्यादा आता है. लोग अपने हिसाब से कास्ट करने लगे हैं.

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आप ट्विटर पर कब आएंगी?
मैं इंस्टाग्राम, फेसबुक पर हूं, ट्विटर पर रोज टाइप करना मुश्किल है, इसलिए वहां नहीं हूं.

इश्क के मायने आपके लिए क्या हैं?
अब समझ आता है कि‍ प्यार, मोहब्बत, इश्क अलग-अलग चीजें हैं. इश्क पावरफुल जज्बा है, प्यार आप बिना शर्त करते हैं लेकिन वो बढ़ते-बढ़ते बढ़ता है. प्यार थोड़ी कम उम्र में होता है. प्यार जगह, सोच, और किसी आइडल से भी हो सकता है.

कोई फिल्म और किरदार जो आपके करीब हो?
'मुगल ए आजम', मैं बहुत लकी हूं कि‍ मुझे हर तरह के रोल मिले हैं. मुझे मधुबाला जी की अदायगी पसंद है. मुझे दुख है कि‍ मैं संजीव कुमार साब के साथ काम नहीं कर पाई.

असल जिंदगी में आप कितनी शेर-ओ-शायरी पसंद करती हैं?
ऐसा बिल्कुल नहीं है, हम लोग कम उम्र में मुंबई आ गए थे और यहां रहने लगे थे, हमारी जबान उर्दू है लेकिन ऐसा नहीं है कि‍ शेर-ओ-शायरी करते रहते हैं. हमारी मातृभाषा उर्दू है.

संगीत का रियाज कर रही हैं?
कुछ नहीं चल रहा है, मास्टरजी भी हैं, लेकिन मैं टाइम नहीं निकाल पाती हूं. 'फितूर' के बाद मैं अपनी सिंगिंग शुरू करने वाली हूं.

इसके अलावा किन चीजों में रुझान हैं?
मुझे ट्रेवल करना पसंद है और इच्छा हो कि मैं पूरे भारत का भ्रमण रोड के जरिए करूं. शायद कोई ऐसी स्क्रिप्ट हो जो पूरे भारत को कवर करे.

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बॉलीवुड में कोई ऐसा बदलाव जो आप देखना चाहती हैं?
(हंसते हुए) अच्छा टाइम है, लेकिन मैं चाहती हूं कि फीमेल एक्ट्रेस को सिर्फ दोपहर में शूटिंग पर बुलाना चाहिए. सिर्फ 4 घंटे शूटिंग होनी चाहिए.और संडे को छुट्टी दे देनी चाहिए.

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