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तरनतारन ब्लास्टः केमिकल से बने थे पटाखे, दो किमी दूर तक सुनाई दिया धमाका

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नगर कीर्तन के दौरान वाहनों के काफिले के आगे नाबालिग किशोर पोटाश और सल्फर के मिश्रण से तैयार पटाखे जला रहे थे. इसी दौरान एक पटाखे से निकली चिंगारी ट्रैक्टर ट्रॉली में रखे पटाखों की पेटी पर पड़ी और धमाका हुआ.

लोहे की मजबूत चादर से बनी ट्रैक्टर ट्रॉली के भी परखच्चे उड़ गए लोहे की मजबूत चादर से बनी ट्रैक्टर ट्रॉली के भी परखच्चे उड़ गए
मनजीत सहगल
  • तरनतारन,
  • 09 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 8:44 PM IST

  • धमाके में ट्रैक्टर ट्रॉली के भी परखच्चे उड़े
  • सीएम ने दिए हैं न्यायिक जांच के आदेश
पंजाब के तरनतारन में शनिवार की दोपहर जबरदस्त धमाका हुआ था. शबल थाना क्षेत्र के धलेके गांव में हुए धमाके में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 11 लोग घायल हो गए थे. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस धमाके की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे. अब यह बात सामने आ रही है कि नगर कीर्तन के दौरान जिन पटाखों में विस्फोट हुआ, वह केमिकल से तैयार किए गए थे.

पुलिस फिलहाल इस घटनाक्रम को लेकर ज्यादा कुछ नहीं बता रही, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नगर कीर्तन के दौरान वाहनों के काफिले के आगे नाबालिग किशोर पोटाश और सल्फर के मिश्रण से तैयार पटाखे जला रहे थे. इसी दौरान एक पटाखे से निकली चिंगारी ट्रैक्टर ट्रॉली में रखे पटाखों की पेटी पर पड़ी और धमाका हुआ. तेज धमाके के साथ हर ओर धुएं का गुबार फैल गया.

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इस संबंध में जब तरनतारन के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (एसीपी) वालिया से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इस सवाल पर टिप्पणी करना फिलहाल संभव नहीं है. अभी जांच की जा रही है. एसीपी वालिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि इसके पीछे वजह क्या थी. उन्होंने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एसीपी ने बताया कि 11 घायलों में से दो की हालत नाजुक है. घायलों का उपचार तरनतारन के सरकारी अस्पताल में चल रहा है.

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वहीं स्थानीय नागरिकों के मुताबिक धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी आवाज दो किलोमीटर से अधिक दूरी तक सुनी गई. लोगों की कौन कहे, लोहे की मजबूत चादर से बनी ट्रैक्टर ट्रॉली के भी परखच्चे उड़ गए और लगभग एक किलोमीटर के दायरे में बिखर गए. लक्खा सिंह नाम के एक प्रत्यक्षदर्शी ने 'आजतक' को बताया कि जिस वक्त धमाका हुआ, घरों की खिड़कियों के कांच टूटने लगे. वह अपने परिवार के साथ घर से बाहर आ गए. उन्होंने बताया कि बाहर आकर देखा तो सड़क पर धुएं का गुबार ही नजर आ रहा था.

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एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी धनवंत सिंह के मुताबिक पलासोर गांव के लोगों ने बाबा दीप सिंह की जन्मतिथि के मौके पर नगर कीर्तन का आयोजन किया था. कुछ लोग काफिले में आगे चल रहे वाहनों के सामने आतिशबाजी कर रहे थे, जिनमें अधिकतर युवा थे. आतिशबाजी के दौरान निकली चिंगारी से धमाका हुआ. घटना का दर्दनाक मंजर बयां करते हुए उन्होंने कहा कि लोग खेतों से मानव अंग उठाकर ला रहे थे. 11 और 14 साल के दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई.

क्या है घटनाक्रम

गौरतलब है कि इस घटना  में घायल हुए ज्यादातर लोग पलासोर गांव के निवासी हैं. यह लोग गुरुद्वारा पहुविंड से टाहला तक गुरुद्वारे तक आयोजित नगर कीर्तन में शामिल थे, जिस दौरान धमाका हुआ. यह हादसा ढलेके गांव के मोड़ पर हुआ. इस घटना में दो की मौके पर मौत हो गई, जबकि 11 घायल हो गए थे. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.

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