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पिच की वजह से नहीं, इन कारणों से गुवाहाटी में हारी टीम इंडिया

गुवाहाटी का मैदान दोनों ही टीमों के लिए भले ही अनजान था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने हालात को टीम इंडिया से बेहतर समझा और शानदार खेल दिखाया.

एमएस धोनी स्टंप आउट होते हुए एमएस धोनी स्टंप आउट होते हुए
विश्व मोहन मिश्र
  • गुवाहाटी,
  • 11 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 1:12 PM IST

ऑस्ट्रेलियाई टीम ने गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया को 8 विकेट से मात देकर न सिर्फ भारतीय सरजमीं पर किसी टी-20 मैच में अपनी पहली जीत दर्ज की है बल्कि उनके खिलाफ पिछले 7 मैचों से चल रहे टीम इंडिया के विजय रथ को भी रोका है. अब विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी ही सरजमीं पर कोई टी-20 मैच गंवाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं.

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फिलहाल ऑस्ट्रेलिया 3 मैचों की टी-20 सीरीज में 1-1 से बराबर है. गुवाहाटी का मैदान दोनों ही टीमों के लिए भले ही अनजान था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने हालात को टीम इंडिया से बेहतर समझा और शानदार खेल दिखाया. गुवाहाटी में टीम इंडिया की हार के पिछले कुछ कारण रहे जिसकी वजह से उन्हें मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था.

आइए एक नजर डालते हैं गुवाहाटी में टीम इंडिया की हार के कारणों पर

1. रोहित और कोहली का जल्द लौटना

टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही और पहले ही ओवर में रोहित शर्मा और विराट कोहली के रूप में दो बड़े झटके लगे. ऑस्ट्रेलिया के लिए गेंदबाजी की शुरुआत करने आए जेसन बेहरेनडोर्फ ने अपने पहले ही ओवर की चौथी गेंद पर रोहित शर्मा को एलबीडब्लू आउट कर दिया. इसके बाद छठी गेंद पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान विराट कोहली को कॉट एंड बोल्ड आउट करके शून्य के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया. पहले ही ओवर में टीम इंडिया के दो बेहतरीन बल्लेबाजों का पवेलियन लौट जाना टीम इंडिया को भारी पड़ा.

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2. मिडल ऑर्डर का फ्लॉप शो और बड़ी साझेदारी का नहीं होना

रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली के रूप में दो बड़े झटके लगने के बाद पूरा दबाव मिडल ऑर्डर पर आ गया. मनीष पांडे से पारी संभालने की उम्मीद थी, लेकिन वो हमेशा की तरह आए और चलते बने. केदार जाधव ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी के साथ मिलकर पारी संभालने की कोशिश की लेकिन कोई बड़ी साझेदारी नहीं बन पाई. इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए हार्दिक पंड्या ने कुलदीप यादव के साथ 33 रनों की साझेदारी करके टीम इंडिया को कम स्कोर पर ढेर होने से बचा लिया.

3. फिर लेफ्ट आर्म पेसर के सामने खुली भारतीय बल्लेबाजों की पोल

यह कोई पहले मौका नहीं है जब टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने किसी अनजान बाए हाथ के तेज गेंदबाज के सामने घुटने तक दिए हो. इससे पहले भी टीम इंडिया ने साल 2015 में जब पहली बार मुस्तफिजुर रहमान का सामना किया था तो टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज जूझते हुए नजर आए. गुवाहाटी में भी ठीक वैसा ही नजारा देखने को मिला था.

ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना दूसरा टी-20 मैच खेल रहे जेसन बेहरेनडॉर्फ ने टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर की कमर तोड़ दी जो हार का सबसे बड़ा कारण था. बेहरेनडॉर्फ ने ओवर में 21 रन देकर रोहित शर्मा, विराट कोहली, मनीष पांडे और शिखर धवन का शिकार किया.

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4. हेनरिक्स और हेड की साझेदारी

डेविड वॉर्नर और एरॉन फिंच का विकेट जल्द गंवाने के बावजूद एम. हेनरिक्स और ट्रेविस हेड ने 109 रन जोड़ कर ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से जीत दिला दी. ऑस्ट्रेलिया को ओर से एम. हेनरिक्स ने 46 गेंदों में 62 रनों की पारी खेली जबकि ट्रेविस हेड ने 48 रन बनाए. इन दोनों के बीच हुई इसी साझेदारी ने टीम इंडिया ने मैच छीन लिया.

5. चहल-कुलदीप का बेअसर होना

टीम इंडिया के लिए कलाई के दोनों स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल का नहीं चलना भी हार की सबसे बड़ी वजह रही. इस दोनों ने मिलकर 7.3 ओवरों में 75 रन लुटा दिए. वहीं महंगे साबित होने के बावजूद कुलदीप यादव को उनके कोटे के पूरे ओवर करवा दिए गए. इतना ही नहीं 3 ओवर में सिर्फ 9 रन देकर फिंच को पवेलियन लौटाने वाले भुवनेश्वर कुमार से पूरे 4 ओवर भी नहीं कराए गए जो एक बहुत बड़ा सवाल है.

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