
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बीसीसीआई का टॉप ग्रेड कॉन्ट्रैक्ट मिलना मुश्किल हो गया है. बताया जाता है कि क्रिकेट प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बुधवार को कॉन्ट्रैक्ट के नए फॉर्मूले पर बात की.
इस समिति ने A+, A, B, C फॉर्मूले के तहत चार ग्रेड तैयार किए हैं. जिससे लंबे इतजार के बाद भारतीय क्रिकेटरों की सैलरी में इजाफे का रास्ता साफ हो गया है. धोनी फिलहाल केंद्रीय अनुबंध के ग्रेड-ए में विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन, अजिंक्य रहाणे और मुरली विजय के साथ हैं.
ये भी पढ़ें- पुजारा को कॉन्ट्रैक्ट के टॉप ग्रेड में बनाए रखना चाहिए: शास्त्री
ग्रेड निर्धारण के लिए खिलाड़ियों के तीनों फॉर्मेट में खेले जाने पर भी चर्चा की गई. जिसमें 36 साल के धोनी बीसीसीआई की गाइडलाइन में फिट नहीं बैठ रहे हैं, क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं.
ऐसे में धोनी तो टॉप ग्रेड हासिल होना तय नहीं है. क्रिकेट प्रशासकों की समिति जल्द ही ग्रेड से जुड़े दिशा निर्देश बीसीसीआई की वित्त समिति को सौंपेगी.बढ़ेगी टीम इंडिया के खिलाड़ियों सैलरी, कमेटी से कोहली-धोनी ने की चर्चा
जो रोटेशन पॉलिसी के तहत सीमित प्रारूप के क्रिकेट से बाहर हैं, वैसे खिलाड़ियों (अश्विन-जडेजा) के उच्च ग्रेड में बने रहने के लिए दूसरे फॉर्मेट में उनकी आईसीसी रैंकिंग भी देखी जाएगी.