
पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव सहित बिहार सरकार और आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को नोटिस जारी किया कि तेजप्रताप तिलमिला उठे. एक तरह से कहें तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को ही सलाह देते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं को भी नोटिस जारी हो.
तेजप्रताप का कहने का आशय ये है कि जिस तस्वीर के कारण उनको नोटिस जारी किया गया है, वैसी तस्वीर बीजेपी नेताओं के साथ भी सामने आ चुकी है.
पत्रकार की पत्नी ने दायर की थी याचिका
दरअसल पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई के बाद कोर्ट ने नोटिस जारी किया और दो सप्ताह के अंदर जवाब भी मांगा है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप ने सुप्रीम कोर्ट से नोटिस जारी होने के बाद ये भी कहा कि 'मैं उच्चतम न्यायालय के आदेश का सम्मान करता हूं लेकिन कहना चाहता हूं कि ऐसे नोटिस बीजेपी नेताओं के खिलाफ भी जारी होने चाहिए थे. जो पत्रकार हत्याकांड के संदिग्ध तथा अन्य अपराधियों के साथ तस्वीर में दिखाई पड़े थे.'
SC में चल रही है सुनवाई
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने यह टिप्पणी ऐसे वक्त की जब सुप्रीम कोर्ट में पत्रकार की पत्नी द्वारा दायर याचिका पर न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली एकलपीठ में सुनवाई चल रही है. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने मोहम्मद कैफ के साथ तस्वीर मामले में एक बार फिर कहा कि कुछ कार्यक्रमों के दौरान हजारों लोग उनके साथ अपनी तस्वीरें खिंचवाते हैं. जिन्हें वे निजी रूप से नहीं जानते हैं. तेजप्रताप ने कहा, 'क्या किसी के माथे पर उसकी पृष्ठभूमि के बारे में लिखा होता है'?
तेजप्रताप के साथ मोहम्मद कैफ की तस्वीर वायरल होने पर आरजेडी की ओर से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के साथ कैफ की तस्वीरें, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बिहार BJP नेताओं सुशील कुमार मोदी और नंद किशोर यादव की इकबाल शेख के साथ तस्वीरें को वायरल किया गया था. इकबाल शेख पटना के एक छायाकार के बेटे की हत्या में आरोपी है.