
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक किसान ने पेड़ से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. किसान कर्ज और फसल की बर्बादी के कारण पिछले काफी दिनों से परेशान चल रहा था. हालांकि प्रशासन उसकी मौत की दूसरी वजह बता रहा है.
मामला सीतापुर के महोली थाना क्षेत्र का है. जहां मूढ़ा हूसा गांव में रहने वाले किसान झिनकू कश्यप ने वर्ष 2009 में इलाहाबाद बैंक से 33 हज़ार रुपये कर्ज़ लिया था. साथ ही उसे बेटे की बीमारी के चलते गांव के कुछ लोगों से भी दो लाख रुपये का कर्ज लेना पड़ा था.
झिनकू ने कर्ज ले तो लिया था लेकिन वह कर्ज चुका नहीं पा रहा था. इस पैसे की अदायगी न कर पाने के कारण वह काफी तनाव में रहता था. इसी बीच पिछले साल फसल की बर्बादी ने उसकी मुसीबतों में इजाफा कर दिया. अभी तक उसे फसल का मुआवज़ा भी नहीं मिला था.
उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. पूरे परिवार का बोझ उसी के कंधों पर था. बैंककर्मी और कर्ज देने वाले आए दिन उससे पैसों की मांग करने आ जाते थे. इसी हालात से तंग आकर झिनकू बुधवार की सुबह एक खेत में खड़े शीशम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
हालाकिं जिला प्रशासन कर्ज लेने की बात से इनकार कर रहा था. प्रशासन इस मामले में जांच की बात कहकर लीपापोती में जुटा हुआ है. लेकिन गांव वाले उसकी हकीकत बयां कर रहे हैं.